Hisar। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय इस वर्ष कई नए एकेडमिक प्रोग्राम्स आरंभ करने जा रहा है। सभी एकेडमिक प्रोग्राम्स वर्तमान समय को मांग के अनुरूप और रोजगारपरक होंगे। एकेडमिक प्रोग्राम्स नियमित तथा दूरस्थ शिक्षा दोनों ही माध्यमों से आरंभ किए जाएंगे। विद्यार्थियों की संख्या बढ़ने को ध्यान में रखते हुए विवि के आधारभूत ढांचे को भी और अधिक मजबूत किया जाएगा। नववर्ष के उपलक्ष्य पर विवि के कुलपति कार्यालय के कमेटी हॉल में हुई पत्रकारों से बातचीत में कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि भारत को 2047 तक 'विकसित भारत' बनाने में विश्वविद्यालयों को आहम भूमिका रहेगी। ऐसे में विश्वविद्यालयों को वैश्विक चुनौतियों के लिए तैयार करना व मजबूत करना आवश्यक है। विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुख एकेडमिक प्रोग्रामस उपलब्ध करवाने के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व विकास को बेहतर करना भी विश्वविद्यालयों की जिम्मेदारी है। विश्वविद्यालय ने नए कोर्स आरंभ करने तथा आधारभूत ढांचा मजबूत करने की एक विस्तृत योजना तैयार की है।
ये नियमित एकेडमिक प्रोग्राम्स होंगे शुरू
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा आगामी सत्र से पांच वर्षीय बीकॉम- एमकॉम इंटेग्रेटिड, पांच वर्षीय बीसीए-एमसीए इंटेग्रेटिड, बीटेक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डाटा साईस, बीएएलएलबी, बीए बीएड, बीएससी-बीएड, एमएससी जियोग्राफी, पांच वर्षीय बीए-एमएससी जियोग्राफी इंटेग्रेटिड, डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नीक्स तथा डिप्लोमा इन फार्मेसी नए एकेडमिक प्रोग्राम्स आरंभ किए जाएंगे।
दूरस्थ शिक्षा के ये ऑनलाइन एकेडमिक प्रोग्राम्स शुरू होंगे
कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से कई नए ऑनलाइन एकेडमिक प्रोग्राम्स आरंभ किए जा रहे हैं। इनमें एमबीए जनरल, एमकॉम, एमए मास कम्युनिकेशन, एमसीए, बीसीए, डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशंस, एमए हिंदी तथा डिप्लोमा इन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डाटा साईंस शामिल हैं।
नए भवनों का होगा निर्माण
कुलपति प्रो. बिश्नोई ने बताया कि विश्वविद्यालय की बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय परिसर में नए भवनों का निर्माण भी इस वर्ष में किया जाएगा। विश्वविद्यालय में शिक्षण खंड-8 का निर्माण होगा तथा शिक्षण खंड-7 की तीसरी मंजिल बनाई जाएगी। सिविल इंजीनियरिंग विभाग की इमारत तथा एक मल्टीपर्पज हॉल का निर्माण भी किया जाएगा। लड़कियों के लिए नए छात्रावास नम्बर-5 तथा लड़कों के लिए एक और नए छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए एक अलग से छात्रावास का निर्माण भी किया जाएगा। विश्वविद्यालय परिसर में नए ए-टाइप, सी-टाइप, सुपर सी-टाइप तथा डी-टाइप मकानों का निर्माण भी में किया जाएगा।