Rewari: रोडवेज विभाग से लोकसभा चुनावों के दौरान कुछ चालकों को दूसरे विभागों में इलेक्शन ड्यूटी पर भेजा गया था। वहां ड्यूटी खत्म होने के बाद संबंधित विभागों को रोडवेज जीएम की ओर से उन्हें रिलीव करने के लिए पत्र प्रेषित किया था, परंतु यह चालक अभी तक अपनी मूल ड्यूटी पर नहीं लौटे हैं। जीएम ने आइ चालकों को तुरंत प्रभाव से मूल ड्यूटी पर लौटने के लिए नोटिस जारी किया है। अगर यह चालक तुरंत प्रभाव से मूल ड्यूटी पर नहीं लौटे, तो उन्हें अनुपस्थित दिखाकर वेतन रोक दिया जाएगा।
अस्थाई तौर पर चुनावी ड्यूटी पर भेजे थे चालक
जिला प्रशासन की ओर से रोडवेज विभाग से चुनाव ड्यूटी के लिए अस्थाई तौर पर चालकों की मांग की गई थी। विभाग ने इसके लिए डिपो के आठ चालकों को भेजा। चुनाव ड्यूटी पूरी होने के बाद संबंधित विभागों को जीएम की ओर 10 जून को पत्र लिखा गया, जिसमें इन चालकों को ड्यूटी से रिलीव करने का आग्रह किया गया। लगभग एक सप्ताह का समय बीत जाने के बावजूद यह चालक रिलीव होकर मूल ड्यूटी पर नहीं लौटे। इन चालकों को जीएम ऑफिस की ओर से फोन पर तत्काल अपनी डिपो में हाजिरी सुनिश्चित कराने को कहा गया, लेकिन फोन पर मिले निर्देशों की कोई पालना नहीं हुई। जीएम देवदत्त की ओर से अब इन चालकों को नोटिस जारी किया, जिसमें चालकों को तुरंत प्रभाव से मूल ड्यूटी पर लौटने के निर्देश दिए। नोटिस में स्पष्ट किया कि अगर चालक मूल ड्यूटी पर नहीं लौटते हैं, तो उन्हें विभाग के रजिस्टर में अनुपस्थित मान कर वेतन पर रोक लगा दी जाएगी।
दस बसें आने के बाद खलेगी कमी
विभाग की ओर से जिन चालकों को दूसरे विभागों के सुपुर्द किया जाता है, उन्हें वेतन रोडवेज विभाग की ओर से ही दिया जाता है। अभी तक डिपो में चालकों की ज्यादा कमी नहीं होने से समस्या नहीं थी, परंतु जल्द ही पलवल डिपो से 10 बसें आना प्रस्तावित है। ऐसे में इन चालकों की डिपो में हाजिरी नितांत आवश्यक हो गई है। यही कारण है कि जीएम की ओर से इन चालकों को तत्काल लौटने के लिए नोटिस जारी किया गया है।