योगेंद्र शर्मा, हरियाणा: आखिरकार प्रदेश कांग्रेस के सियासी दिग्गजों के बीच चल रही खींचतान और आरोप प्रत्यारोप का दौर कम होने का नाम नहीं ले रहा। सिरसा सीट से सांसद और वरिष्ठ नेत्री कुमारी सैलजा की कार्यशैली पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद से लगातार बयानबाजी करने वाली सैलजा को नेतृत्व पर सवाल उठाने का कोई हक नहीं है। प्रदेश में कमजोर प्रत्याशी उतारने की जिम्मेदार सैलजा खुद हैं, क्योंकि चुनाव से पहले हुई बैठक के दौरान सैलजा खुद मौजूद रही थी। वे पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव भी हैं। कांग्रेस के नेतृत्व और हाईकमान के फैसलों को लेकर सवाल करना ठीक नहीं है। वे आए दिन टीका टिप्पणी और बयानबाजी कर रही हैं।  सैलजा वरिष्ठ नेता और प्रदेशों की प्रभारी भी हैं।

सैलजा बड़ी नेता, उनको नोटिस देना मेरी पावर में नहीं

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि कुमारी सैलजा कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं, मेरे दायरे से बाहर हैं, उनको नोटिस देना मेरी पावर में नहीं हैं। पार्टी का अध्यक्ष होने के नाते मेरी उनसे अपील है कि इस तरह के बयानों से पार्टी के कार्यकर्ता का मनोबल टूटता है। अगर उनको कोई शिकायत है, तो जाकर पार्टी हाईकमान से बात करें। इस तरह मीडिया में बयानबाजी करके पार्टी को कमजोर करने का प्रयास न करे।

अब पीसीसी अध्यक्ष ने किरण को बताया विश्वासघाती

किरण चौधरी को पीसीसी चीफ ने विश्वासघाती  बताते हुए कहा कि कोई भी विश्वासघाती चला जाए, तो बेहतर बात होगी। बाहर से हमारे पास 42 नेता आए हैं, जिनमें से मौजूदा सांसद, विधायक, पूर्व विधायक शामिल हैं। इन लोगों से पार्टी को मजबूती मिली है। इसका परिणाम भी लोगों ने चुनाव के बाद देख लिया है। प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन को लेकर कहा कि कार्यकर्ताओं में जोश भरने और उन्हें विधानसभा चुनावों के लिए तैयार रखने का प्रयास है। प्रदेश में कई स्थानों पर लगातार कार्यक्रम होंगे। सभी में जोश भरने और वर्तमान सरकार के विरुद्ध बेरोजगारी, महंगाई, किसानों के मामले, अग्निवीर योजना जैसे विषयों को लेकर लंबी लड़ाई लड़ी जाएगी।

भाजपा कर रही पांच सितारा होटलों में बैठक

कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि भाजपा की बैठकें पांच सितारा होटलों में होने लगी हैं। 100 गज गरीबों को प्लाट देने की योजना हमारे वक्त की थी, जिस पर अब भाजपा नंबर बनाने का काम कर रही है। चुनाव के ठीक पहले प्लाट देने और लोकसभा में हार के बाद में उन्हें याद आ गया कि गरीबों को प्लाट की योजना कांग्रेस की सरकार जाने के बाद में ठंडे बस्ते में डालने का नतीजा ठीक नहीं होगा।

किरण के जाने से होगा नुकसान, लगातार आक्रामक हो रही सैलजा

प्रदेश की वरिष्ठ नेता और सांसद कुमारी सैलजा इन दिनों बेहद आक्रामक मूड में हैं। वे लगातार हुड्डा गुट पर हमला बोल रही है। गलत टिकट वितरण किए जाने पर सवाल खड़े करते हुए उनका कहना है कि कांग्रेस की आठ से दस सीटें आनी थी, अगर टिकट वितरण ठीक तरह से हो जाता। सैलजा किरण के जाने को लेकर भी चिंतित हैं, उनका कहना है कि उनके जाने से पार्टी को नुकसान होगा, वे हमारी पुरानी और वरिष्ठ नेत्री रही हैं। दशकों से उनके परिवार का राजनीति में बड़ा योगदान रहा है। उनके साथ इंसाफ नहीं हुआ, उनकी सुननी चाहिए थी। उनको स्टार प्रचारक तक नहीं बनने दिया। हरियाणा में स्थिति बहुत अच्छी थी। शायद लोगों ने उसको सही से पढ़ा नहीं। किसी एक वर्ग को पीछे क्यों छोड़ रहे हैं। अपने लोगों को संभाल नहीं पा रहे, दूसरे लोगों को लाकर पार्टी में शामिल करा रहे हैं।

किरण चौधरी के जाने के बाद से डैमेज कंट्रोल में जुटे नेता विपक्ष हुड्डा

किरण चौधरी के चले जाने के बाद से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान सिंह और नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा लगातार डैमेज कंट्रोल में जुटे हुए हैं। नेता विपक्ष हुड्डा इस क्रम में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में जाकर पुराने नेताओं से मिल रहे हैं। पूर्व स्पीकर हरियाणा विधानसभा कुलदीप शर्मा के साथ मिलकर उनके भाजपा में जाने की चर्चाओं पर विराम लगा चुके हैं। इसके अलावा भी वे भाजपा की तैयारी को देखते हुए विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए कार्यकर्ता सम्मेलनों में जा रहे हैं।