Bahadurgarh: हरियाणा सेवा अधिकार अधिनियम लागू कर प्रदेश सरकार बेशक अपनी ही पीठ थपथपा रही हो, लेकिन आमजन को धरातल पर इसका अपेक्षित लाभ नहीं मिल रहा। सरकार भ्रष्टाचार मिटाने का दावा कर रही है, लेकिन असलियत इसके उल्ट है। बहादुरगढ़ के गांव मांडोठी निवासी एक बुजुर्ग ने इंतकाल की एवज में पटवारी पर पैसे लेने के आरोप लगाए हैं। इसे लेकर तहसीलदार, एसडीएम और सीएम विंडो पर शिकायत भी दी है। तहसीलदार ने पटवारखाने में जाकर जांच की और बाहरी लोगों को वहां नहीं बैठाने की हिदायत दी गई।

इंतकाल चढ़ाने की एवज में रुपए लेने का लगाया आरोप

मांडोठी निवासी ऋषिपाल ने आरोप लगाया कि पटवारी इंतकाल चढ़ाने की एवज में 1500 रुपए रिश्वत ले चुका है और काम करने की बजाय चक्कर कटवा रहा है। इतना ही नहीं, अब और पैसे की मांग कर रहा है। पीड़ित इस मामले में सीएम विंडो तथा एसडीएम को लिखित शिकायत देने के बाद तहसीलदार के समक्ष पेश हुआ। तहसीलदार रवींद्र शर्मा शिकायतकर्ता के साथ पटवारखाने में पहुंचे। वहां मौजूद लोगों से रिश्वत मांगने व देने संबंधी सवाल पूछे। उन लोगों द्वारा इनकार करने पर तहसीलदार ने पटवारखाने में बाहरी लोगों को ना बैठने देने की हिदायत दी। साथ ही शिकायतकर्ता की लिखित शिकायत के आधार पर जांच करने का भरोसा दिया।

पैसे मांगने की शिकायत पर पटवारखाने में की शिकायत

तहसीलदार रवींद्र शर्मा ने बताया कि पटवारी द्वारा इंतकाल करने की एवज में पैसे मांगने की मौखिक शिकायत मिलते ही पटवारखाने में जाकर जांच की। मौके पर मौजूद लोगों से पूछताछ भी की। पटवारियों को भी हिदायत दी कि बाहरी लोगों को वहां ना बैठने दें। आमजन से भी अनुरोध किया कि कोई भी कर्मचारी किसी काम के एवज में पैसे मांगे तो रिश्वत देने की बजाय तुरंत शिकायत करें। आरोपी कर्मचारी पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।