Sonipat। सोनीपत के गन्नौर क्षेत्र के अगवानपुर रेलवे फाटक के पास होने वाले हादसों पर रोक लगाने के लिए रेलवे राजलू गढ़ी सड़क के साथ रेलवे के वेस्टेज स्लीपर को खड़ा करके दीवार बनाने का काम शुरू कर दिया है। जिसका ग्रामीणों ने स्लीपरों को बिना पैमाईश के सड़क के साथ में लगाने का आरोप लगाया है। ग्रामीण सुरेन्द्र, सतबीर ने बताया कि स्लीपरों को बिल्कुल सड़क के साथ लगाया जा रहा है। जिस कारण आवागमन का रास्ता बिल्कुल कम हो जाएगा। उन्होंने कहा कि एक बार तो उन्होंने स्लीपर लगवा रहे ठेकेदार से कहकर सड़क से स्लीपर को थोड़ी पीछे हटवा दिया था लेकिन अब फिर दोबारा से सड़क के बिल्कुल साथ में लगाने का काम शुरू कर दिया है
शार्टकट अपनाने से होते हैं हादसे
लोगों का ये भी कहना कि स्लीपर लगने के बाद इससे ट्रैक क्रॉस करने वाले लोगों का शार्टकट रास्ता बंद हो जाएगा। साथ ही आए दिन ट्रैक पार करने में होने वाले हादसों पर भी ब्रेक लगेगा। कई बार फाटक बंद होने के बाद आसपास के गांवों के लोगों की आवाजाही अधिकांश रेलवे ट्रैक के पासस से अवैध रूप से होती है। ट्रैक का लेवल अधिक नहीं होने से चरवाहे, गाय, भैंस को भी लाइन पार कराते है। ऐसे में रेलवे विभाग ने यहां सुरक्षा दीवार खड़ी करने का निर्णय लिया। स्लीपर लगाने का कार्य भी शुरू हो गया है। करीब 15 दिनों में वॉल बनकर तैयार हो जाएगी। साधारण तौर पर ट्रैक के पास वॉल निर्माण में रेलवे विभाग का 5-7 लाख रुपए खर्च हो जाता, लेकिन फाटक की सीमा पर यह कार्य क्रेनकी मदद से हो रहा है। क्योंकि दीवार में सबसे अहम सामग्री में रेलवे के पुराने स्लीपर उपयोग में लिए जा रहे है।
पैमाइश दिखाने के बाद ही शुरू करने देंगे काम: जेई
सड़क एवं भवन निर्माण विभाग के जेई नवनीत ने बताया कि इस तरह से सड़क के साथ बिना पैमाइश के स्लीपर लगाए जा रहे है तो वे गलत है। कल ही वे मौके पर जाकर स्लीपर लगाने वाले ठेकेदार से पैमाइश कराने की जांच करेंगे अगर पैमाईश नही दिखा पाए तो काम को बंद करवकर पैमााइश की जाएगी। अगवानपुर फाटक से राजलू गढ़ी जाने वाली सड़क की चौड़ाई कुल 33 फूट है। उसमें से 18 फूट सड़क बन गई है। बाकि की जगह दोनो तरफ बच गई है।
पैमाइश के बाद शुरू किया काम: ठेकेदार शर्मा
स्लीपर लगाने का काम करवा रहे ठेकेदार सौरभ शर्मा ने बताया कि वह स्लीपर लगवाने वाले काम का ठेकेदार है। पैमाइश करवाने के बाद ही स्लीपर लगवाए जा रहे है।