निर्वाचन आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए तारीख का ऐलान कर दिया है। प्रदेश की सभी 90 विधानसभा सीटों पर एक अक्टूबर को एक ही चरण में मतदान होगा और 4 अक्टूबर को नतीजे आएंगे। विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान होने से पहले ही बसपा और इनेलो ने 'राजनीतिक रक्षाबंधन' बना लिया था। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस को करारी टक्कर मिलने की उम्मीद है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज इलेक्शन की तारीख घोषित होने के बाद बड़ा बयान दिया है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने जम्मू कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में लंबे इंतजार के बाद विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान हुआ है, जिससे वहां की सारी समस्याओं का समाधान निकल जाएगा। उन्होंने कहा कि वहां संविधान के हिसाब से राजनीतिक और लोकतांत्रिक गतिविधियां जड़ पकड़ सकेंगी। साथ ही, बसपा सुप्रीमो ने यह भी दावा कर दिया कि जम्मू कश्मीर में भी बसपा चुनाव लड़ेगी और किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर किया ये दावा
इसके अलावा बसपा सुप्रीमो मायावती ने हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर भी बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में एक चरण में विधानसभा चुनाव होगा, जो कि स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में बसपा और इंडियन नेशनल लोकदल ने मजबूत गठबंधन कर जमीन पर सक्रिय है। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन पूरी दमदारी के साथ विधानसभा चुनाव लड़कर खुद अपनी गठबंधन की सरकार बनाएगी।
अभय चौटाला को बांधी थी राखी
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले इनेलो नेता अभय चौटाला ने बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात की थी। मायावती ने इनेलो नेता अभय चौटाला को भाई मानकर उनकी कलाई पर राखी बांधी थी। हालांकि उस चुनाव में बीजेपी ने सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। 2024 के लोकसभा चुनाव में अभय चौटाला कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से चुनाव लड़े, लेकिन हार गए। हालांकि कुल 10 सीटों में से जिन 5-5 सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी ने जीत हासिल की है, उनमें से ज्यादातर सीटों पर तीसरे नंबर पर बसपा या इनेलो रही है। ऐसे में इन दोनों दलों के गठबंधन से सियासी चर्चाओं का गरमाना लाजमी है।