नरेन्द्र वत्स, रेवाड़ी: भारी गर्मी के कारण एक ओर जहां पावर सिस्टम ओवरलोडिंग का शिकार हो रहा है, तो सबसे बड़ा खतरा करंट ट्रांसफार्मरों के फटने का बना हुआ है। पावर हाउसों में इन ट्रांसफार्मरों को कूलर लगाकर ठंडा किया जा रहा है। बिसोहा और बुड़ौली सब स्टेशनों के बीच 220 केवी क्षमता की लाइन बुधवार को भारी गर्मी के कारण ब्रेकडाउन होने से 6 सब स्टेशनों की बिजली आपूर्ति काफी समय तक ठप रही। इससे दर्जनों गांवों को गर्मी के मौसम में काफी देर तक बिना बिजली के रहना पड़ा।
संकट के दौर से गुजर रहा बिजली सिस्टम
तापमान बढ़ने के कारण बिजली सिस्टम इस समय संकट के दौर से गुजर रहा है। एक ओर जहां पावर हाउसों में लगे स्टैप डाउन और करंट ट्रांसफर गर्म हो रहे हैं, तो दूसरी ओर अधिक लोड के कारण करंट ट्रासफार्मर फटने की आशंका बनी हुई है। अभी तक दिल्ली और राजस्थान में सीटी फटने के मामले ज्यादा आ रहे हैं। तापमान में कमी नहीं आई तो प्रदेश के पावर हाउसों में भी सीटी फटने का क्रम शुरू हो सकता है। इससे बिजली व्यवस्था तार-तार हो सकती है। पावर हाउसों में ट्रांसमिशन लाइनों से ट्रांसफार्मरों तक 220 केवी करंट पहुंचाने के लिए अंडरग्राउंड केबलों का इस्तेमाल ज्यादा होता है। भारी गर्मी के कारण इन केबलों के हीट होकर फॉल्ट होने की समस्या भी पैदा हो सकती है। एल्यूमिनियम कंडक्टर भी गर्म होकर फैल जाते हैं, जिस कारण लाइनों के फॉल्ट होने की आशंका बनी रहती है।
कूलर लगाकर ठंडे कर रहे ट्रांसफार्मर
पावर हाउसों में ट्रांसफार्मरों को फॉल्ट से बचाने के लिए उन्हें कूलर की हवा से ठंडा किया जा रहा है। करंट ट्रांसफार्मर गर्म होने के बाद फट सकते हैं, इसलिए उनका तापमान कम रखना ज्यादा जरूरी होता है। ट्रांसफार्मर फटने से हादसों की आशंका भी बनी रहती है। पावर हाउसों में एसीबी व दूसरे उपकरणों को भी गर्म होने से बचाने की दिशा में आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
आधे घंटे से ज्यादा बंद रहे सब स्टेशन
बुड़ौली पावर सब स्टेशन से पाली गोठड़ा, डहीना, खोल, बास बटौड़ी व कनीना सब स्टेशन जुड़े हुए हैं। यहां बिसोहा सब स्टेशन से पावर सप्लाई आती है। बुधवार सुबह 220 केवी क्षमता की लाइन में खराबी आने के कारण यह सभी सब स्टेशन आधे घंटे से ज्यादा समय तक बंद रहे। निगम के तकनीकी अधिकारियों और कर्मचारियों ने फॉल्ट दूर करने के बाद सप्लाई चालू कराई।
शार्ट सर्किट से आगजनी की आशंका
तापमान बढ़ने और लाइनों पर लोड ज्यादा होने के कारण शॉर्ट सर्किट हो सकते हैं। इससे आगजनी की घटनाएं बढ़ने की आशंका भी बनी रहती है। इस समय बिजली की खपत 1 करोड़ यूनिट के आसपास पहुंच चुकी है, जिससे वोल्टेज की कमी लाइनों पर लोड बढ़ा रही है। क्षमता से अधिक लोड के कारण शॉर्ट सर्किट आगजनी का कारण बन सकते हैं।
लोड बढ़ने से लगाए जा रहे पावर कट
भारी गर्मी के कारण पावर सब स्टेशनों पर बिजली का लोड काफी बढ़ गया है। ट्रांसफार्मर ओवरलोडिंग की चपेट में आकर गर्म हो रहे हैं। बिजली की मांग काफी बढ़ चुकी है। ट्रांसफार्मरों को नियमित अंतराल के बाद बंद किया जाता है या फिर उनका लोड डायवर्ट किया जा रहा है। इससे लोगों को बार-बार पावर कटों का सामना भी करना पड़ रहा है।
सीटी फटने की आशंका ज्यादा
एचवीपीएन के एक्सईएन संजय यादव ने बताया कि भारी गर्मी में करंट ट्रांसफार्मर फटने की आशंका ज्यादा रहती है। अगर गर्मी का यही हाल रहा तो ट्रांसफार्मरों को नुकसान हो सकता है। इन्हें ठंडा रखने के लिए कूलरों का इस्तेमाल कर रहे हैं। बिजली की मांग भी काफी बढ़ गई है, जिससे लाइनों पर लोड बढ़ रहा है।