Haryana Agriculture Department: हरियाणा में सीएम नायब सिंह सैनी की सरकार पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ काफी सख्ती से पेश आ रही है। हरियाणा सरकार की ओर से साफ फरमान जारी किया गया है कि अगर किसी किसान को पराली जलाते पकड़ा जाएगा, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में अभी तक 100 से अधिक किसानों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। अब आज यानी 22 अक्टूबर को सीएम सैनी की सरकार ने पराली जलाने के मामले में एक और सख्त कदम उठाया और कृषि विभाग के 24 कर्मचारियों को एक साथ सस्पेंड कर दिया है।
विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैनी सरकार ने पराली जलाने के मामले में कृषि विभाग के अधिकारियों के खिलाफ ये एक्शन लिया है। इससे हरियाणा की राजनीति में तहलका मच गया है, दूसरी ओर किसान भी कार्रवाई होने के भय में जी रहे हैं। हालांकि विपक्ष ने सैनी सरकार के इस फैसले का खूब विरोध और कहा कि किसानों के खिलाफ कार्रवाई कर पराली जलाने पर रोक लगाने का तरीका सही नहीं है। इसके लिए सैनी सरकार को कोई और रास्ता निकालना चाहिए। हुड्डा ने सैनी सरकार को नसीहत देते हुए कहा था कि पराली के कई और भी इस्तेमाल होते हैं, इसलिए सरकार को किसानों से पराली खरीद लेनी चाहिए।
पराली जलाने से बढ़ता है प्रदूषण
पराली जलाने का मामला इतना इसलिए गहराता जा रहा है, क्योंकि ठंड का मौसम आ रहा है। ठंड के दिनों में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ने लगता है। दिल्ली में अभी से प्रदूषण ने लोगों का जीना हराम कर दिया है। दिल्ली के कई इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार जा पहुंचा है, यही कारण है कि सैनी सरकार पराली जलाने के मामले में काफी सख्ती दिखा रहे हैं। दिल्ली की आप सरकार राजधानी में बढ़ रहे प्रदूषण के लिए हरियाणा को जिम्मेदार ठहराते रहते हैं, आरोप लगाते हैं कि यहां के किसान पराली जलाते हैं, जिसके कारण दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ता है।
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