Hansi: शहर की एक पॉश कॉलोनी में रहने वाले एक युवक को यूट्यूब पर अश्लील वीडियो चलने का डर दिखा कर करीब 66 हजार रुपए की ठगी की गई। पीड़ित को साइबर ठगों ने आईपीएस अधिकारी बनकर फोन किया था। वहीं, एक अज्ञात युवती से वीडियो कॉल पर बात हुई थी। साइबर थाना पुलिस ने पीड़ित युवक की शिकायत के आधार पर दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस मामले में आरोपियों की तलाश कर रही है।

अज्ञात नंबर पर युवती से हुई वीडियो कॉल पर बात

पीड़ित रिनू ने बताया कि वह हांसी के एचएसवीपी सेक्टर-6 का रहने वाला है और प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। 19 जनवरी को उसके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से वीडियो कॉल आई। वीडियो कॉल पर कोई लड़की बोल रही थी और उसने 30-40 सेकेंड उस युवती के साथ बात करने के बाद वीडियो कॉल को काट दिया। इसके बाद 20 जनवरी को उसके पास अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि आईपीएस अजय ठाकुर बोल रहा है और निशा कुमारी नाम की लड़की ने आपके खिलाफ अश्लील वीडियो कॉल करने को लेकर शिकायत कर रखी है। उसकी वीडियो यूट्यूब पर चल रही है। कॉल करने वाले ने उससे कहा कि यदि आपको यूट्यूब से यह वीडियो डिलीट करवानी है तो एक मोबाइल नंबर देता हूं, उस पर बात करो। इसके बाद कॉल करने वाले ने उसको एक मोबाइल नंबर दिया।

वीडियो हटाने के नाम पर मांगे रुपए

पीड़ित रिनू ने बताया कि जब उसने दिए गए नंबर पर कॉल की तो सामने से बात करने वाले ने कहा कि अगर आपको यूट्यूब पर चल रही वीडियो को हटवाना है तो इसकी यूट्यूब द्वारा निर्धारित 22 हजार रुपए फीस लगेगी। इसके बाद उसने आरोपियों द्वारा बताए गए गूगल पे नंबर पर पहले 11090 व उसके बाद 11000 रुपए डाल दिए। इसके बाद आरोपी ने कहा कि प्रोसेसिंग में समय लग रहा है। उनके खाते में अभी रुपए नहीं आए हैं। उसके बाद आरोपी ने उसे दोबारा से रुपए डालने के लिए कहा। इसके बाद उसने आरोपियों के कहे अनुसार उनके गूगल पे अकाउंट में 11000 व 32500 रुपए ओर डाल दिए। इसके बाद उसको शक हुआ कि कहीं उसके साथ फ्रॉड तो नहीं हो रहा है। उसने पुलिस को शिकायत दी। पुलिस मामले में जांच कर रही है।

टेलीग्राम पर फर्जी लिंक भेजकर युवक से ठगे 71 हजार

हांसी में पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित अशोक ने कहा कि वह भाटला गांव का रहने वाला है। पिछले साल सात दिसंबर को उसके मोबाइल पर टेलीग्राम के माध्यम से गेम खेलने के लिए लिंक आया था। उस लिंक को ओपन करके उसमें 71800 रुपए लगा दिए और उस एप पर गेम खेलता रहा। परंतु काफी समय बीत जाने के बाद भी लिंक पर डाले गए रुपए व मेरे द्वारा लिंक पर भेजे गए टास्क के माध्यम से जीती गई राशि वापिस नहीं मिली तो साइबर फ्रॉड होने का अंदेशा हुआ। इसके बाद उसने साइबर हैल्प लाइन नंबर 1930 पर कॉल की तथा अपनी शिकायत ऑनलाइन दर्ज करवाई। पुलिस मामले में जांच कर रही है।