बावल/रेवाड़ी: जयसिंहपुर खेड़ा गांव में शुक्रवार सुबह पति से कहासुनी होने के बाद एक महिला ने संदिग्ध हालत में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे मायके पक्ष के लोगों ने इसे दहेज हत्या का मामला बताते हुए पुलिस से ठोस कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने सीन ऑफ क्राइम टीम को मौके पर बुलाकर जांच की। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया। परिजनों के दहेज हत्या के आरोपों पर केस दर्ज करने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
दरवाजा तोड़कर निकाला शव
गांव निवासी मुकेश की पत्नी पिंकी शुक्रवार सुबह घर पर अकेली थी। पिंकी के दोनों बच्चे छत पर बने कमरे की ओर गए, तो कमरा अंदर से बंद था। बच्चों ने खिड़की से झांककर देखा तो पिंकी पंखे के हुक से लटक रही थी। बच्चों की आवाज सुनकर मुकेश का भाई व मोहल्ले के लोग एकत्रित हो गए। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़कर शव को कब्जे में लिया। वहीं काफी देर तक हत्या के आरोप लगाते हुए मृतका के परिजन पुलिस के उच्चाधिकारियों को मौके पर बुलाकर जांच करने पर अड़े रहे। बाद में एसएचओ लाजपत मौके पर पहुंचे और जांच की। पुलिस ने दहेज हत्या का केस दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करा दिया।
दंपति के बीच सुबह हुआ था विवाद
मुकेश के परिजनों के अनुसार पिंकी ने सुबह मुकेश से बच्चे को डॉक्टर के पास दवा दिलाने के लिए ले जाने को कहा था। मुकेश ने उसे बताया कि त्योहार पर उसे छुट्टी नहीं मिलती, इसलिए बच्चे को वह खुद ही डॉक्टर के पास ले जाए। इसके बाद मुकेश ड्यूटी पर चला गया। उसके जाते ही पिंकी ने आत्महत्या करने का कदम उठा लिया। सूचना मिलने के बाद नारनौल के बड़का से मृतका के मायके पक्ष के लोग पहुंच गए। मायके पक्ष ने बताया कि बसंत ने अपनी बेटी पिंकी की शादी करीब सात साल पहले की थी। ससुराल पक्ष के लोग उसे दहेज की मांग पर प्रताड़ित करते थे। दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर उसे मारकर लटकाया गया है या फिर मरने के लिए मजबूर किया गया है।