Roadways Workers Union Meeting: रोहतक में आज यानी रविवार को हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता यूनियन प्रधान नरेंद्र दिनोद ने की। मीटिंग का संचालन महासचिव सुमेर सिवाच ने किया है। बैठक में कर्मचारियों ने अपनी मांगों, मुद्दों और निजीकरण के लिए सरकार को फैसला लेने के लिए कहा है। बैठक में यह भी फैसला किया गया है कि नवंबर में यूनियन को बढ़ाने के लिए डिपो और सब डिपो में सदस्यता अभियान भी शुरू किया जाएगा।

मांगपत्र में शामिल होंगी ये मांगे 

जानकारी के मुताबिक, बैठक में यह भी फैसला लिया गया है कि वर्कर अपनी मांगों के लिए सरकार को एक नया मांगपत्र भी देंगे। मांगपत्र में  लिपिक, चालक, परिचालक और दूसरे कर्मचारियों के वेतन में संशोधन करने, कौशल रोजगार निगम भंग करके सभी कर्मचारियों को पक्का करने के अलावा विभाग में पड़े खाली पदों पर पक्की भर्ती और प्रमोशन करने की मांग रखी गई है। वर्करों ने मांग पत्र में  सरकारी कलैंडर के आधार पर त्योहारों की छुट्टी देने, पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करे और जोखिम भत्ता देने की मांग उठाई है।

वर्करों का यह भी कहना है कि 10 सालों से बकाया बोनस उन्हें दिया जाए. सभी सरकारी बसों के चेसिस पर बॉडी बनवाने का काम एचआरसी गुरुग्राम में करवाया जाए जैसी मांगों को लागू करने के लिए सरकार को नया मांग पत्र दिया जाएगा।

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सरकारी बसों की व्यवस्था की जाए

यूनियन के राज्य प्रधान नरेंद्र दिनोद और महासचिव सुमेर सिवाच का कहना है कि प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद सीएम नायब सिंह सैनी और परिवहन मंत्री से रोडवेज कर्मचारियों की उम्मीदें हैं। कर्मचारी चाहते हैं कि उनकी मांगों को पूरा किया जाए।

जनता और कर्मचारियों की मांग है कि 362 रूटों पर 3,658 प्राइवेट बसों को रुट परमिट देने की बजाय सरकार को आबादी को ध्यान में रखते हुए विभाग में 10 हजार सरकारी बसों की व्यवस्था की जाएं, ताकि लोगों को परिवहन की सुविधा के साथ बेरोजगारों को रोजगार मिल सके।