विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने भाजपा की टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी मंजू हुड्डा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव बैठक बुधवार को एक बार फिर टल गई। पहली मीटिंग में हंगामा करने पर पांच पार्षदों को डी बार करने के कारण बैठक को स्थगित किया गया। बैठक फिर टलने से भाजपा की मंजू हुड्डा को कुछ समय के लिए फिर से राहत माना जा रहा है। 

दरअसल, रोहतक जिला परिषद की चेयरपर्सन के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बुधवार को बुलाई गई बैठक पांच पार्षदों के डी बार होने से फिर स्थगित हो गई। इससे पहले आरओ की तबीयत बिगड़ने के चलते 14 अक्टूबर को बुलाई गई थी। बैठक में हंगामा होने के चलते इसे स्थगित कर दिया गया था। वहीं पांच पार्षदों को डी बार कर दिया गया था। जिससे बैठक बुधवार को फिर से स्थगित हो गई। 14 पार्षदों वाली रोहतक जिला परिषद में किसी पार्टी के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है। 

मंजू हुड्डा ऐसे आई थी चर्चा में 
जिला परिषद चेयरपर्सन बनने के बाद मंजू हुड्डा पहली बार 2024 के विधानसभा चुनाव में अधिक चर्चा में आई। भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने जिस गढ़ी सांपला किलोई सीट पर स्थानीय बड़े-बड़े भाजपा नेताओं ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था, वहां से मंजू हुड्डा ने बिना किसी हिचक चुनाव लड़ा। हालांकि, मंजू को 70 हजार से अधिक वोटों से हार का सामना करना पड़ा।