Rohtak Manju Hooda Case: रोहतक से जिला परिषद चेयरपर्सन मंजू हुड्डा का मामला लगातार गर्म होता जा रहा है। बता दें कि रोहतक में पार्षद नीलम खत्री के बेटे के अपहरण के मामले में भी मंजू  हुड्डा और उनके पति  राजेश सरकारी का नाम सामने आ चुका है, जिसके बाद मंजू हुड्डा ने वीडियो के जरिये मंजू ने बताया कि उनकी छवि को खराब करने के लिए उनके खिलाफ ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन पर झूठे आरोप लगाए गए हैं। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 23 अक्टूबर को वोटिंग का दिन तय किया गया, लेकिन वोटिंग टल गई, अब मंजू  हुड्डा की कुर्सी पर फैसला 30 अक्टूबर को होगा।

इस वजह से वोटिंग का दिन बदला गया 

26 जुलाई 2024 को जिला परिषद में जमकर हंगामा हुआ था, जिसके बाद  वाइस चेयरमैन अनिल हुड्डा के नेतृत्व में पार्षदों ने डीसी अजय कुमार को एक पत्र सौंपा था, जिसमें कहा गया था कि चेयरमैन मंजू हुड्डा ने अपना बहुमत खो दिया है, 14 में से 10 पार्षद मंजू के खिलाफ हैं। 23 अक्टूबर के दिन पार्षदों को वोटिंग के लिए विकास भवन के डीआरडीए हॉल में बुलाया गया, लेकिन डीसी गैर मौजूदगी की वजह से वोटिंग को टाल दिया गया। डीसी ने पत्र जारी करके वोटिंग के लिए 30 अक्टूबर का दिन तय किया है।

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वोटिंग स्थगित होने के बाद हंगामा

23 अक्टूबर को वोटिंग स्थगित होने के बाद पुलिस ने विकास भवन में खड़ी गाड़ियों की चेकिंग के दौरान उन्हें गाड़ियों में से 5 हथियार मिले, जिसके बाद माहौल गर्माया। वहीं चेयरपर्सन मंजू हुड्डा के एक समर्थक अमित कुमार को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, पार्षदों पर मारपीट के आरोप भी लगाए गए।