सोनीपत: नागरिक अस्पताल में बार-बार खराब हो रही डिजिटल एक्स रे मशीन के कारण मरीजों को निराशा हो रही है। चार दिनों से मशीन में तकनीकी खराबी आने के कारण मरीज परेशान है। गत सप्ताह पहले ही प्रबंधन की तरफ से मशीन को ठीक करवाया गया था। वहीं अस्पताल प्रशासन की ओर से मशीन को ठीक कराने के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। शुक्रवार को 50 से ज्यादा मरीजों के एक्स रे नहीं हो सके। प्रबंधन की तरफ से संबंधित कंपनी को सूचित किया गया। वहीं जल्द मशीन को ठीक करवाने की बात कही जा रही है।
2007 में लगाई गई थी एक्स रे मशीन
बता दें कि नागरिक अस्पताल में रोजाना 80 से 100 मरीजों के एक्स-रे होते है। 2007 में लगाई गई एक्स-रे मशीन काफी पुरानी हो चुकी है, जो बार-बार खराब हो रही है। अस्पताल में एक्स रे न होने के कारण मरीजों का इलाज भी प्रभावित हो रहा है, जिससे मरीजों को बाहर पैसे देकर एक्स-रे करवाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। डिजिटल एक्स-रे मशीन की वारंटी तक खत्म हो चुकी है। इसके बावजूद नई मशीन नहीं मंगवाई जा रही है। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।
दो साल से बंद पड़ा अल्ट्रासाउंड केंद्र
नागरिक अस्पताल में स्थापित अल्ट्रासाउंड मशीन काफी पुरानी हो चुकी है, जिसके चलते वह बार-बार जवाब दे रही है। अस्पताल के लैब की मशीन हो या एक्स-रे विभाग की मशीनें। लगभग सभी मशीन सालो-साल पुरानी है। वहीं करीब दो साल से अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट के न होने के चलते अल्ट्रासाउंड मशीन बंद पड़ी है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं सहित अन्य अल्ट्रासाउंड करवाने वाले मरीजों को परेशानी के साथ-साथ आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
एक माह से लॉन्ड्री मशीन पड़ी खराब
अस्पताल के आपातकालीन कक्ष, वार्ड, प्रसूति विभाग, चिकू वार्ड सहित ऑपरेशन कक्ष सहित अन्य जगहों पर मरीजों के लिए बेड स्थापित है। सप्ताह में दिन के हिसाब से बेड पर चादरों को बिछाना निर्धारित किया हुआ है। वहीं अस्पताल में कपड़ों को धोने के लिए स्थापित मशीन दो माह से खराब पड़ी है। अस्पताल में तैनात धोबी कर्मचारियों को हाथों से कपड़ों की धुलाई करनी पड़ रही है। साथ ही कर्मचारियों को चादरों व बेड सीट को सुखाने के लिए भी दिक्कत हो रही है।
मशीनों को ठीक करवाने के लिए किया पत्राचार
नागरिक अस्पताल के कार्यकारी प्रधान चिकित्सक डॉ. गिन्नी लांबा ने बताया कि अस्पताल में स्थापित मशीन काफी पुरानी हो चुकी है। प्रबंधन की तरफ से मशीन को ठीक करवाने के लिए संबंधित कंपनी से पत्राचार कर दिया है। बार-बार तकनीकी खराबी की जांच की जा रही है। जल्द से जल्द मशीन को ठीक करवाकर मरीजों को सुविधा देने के प्रयास किए जाएंगे। प्रबंधन की तरफ से हर संभव कदम उठाए जा रहे है।