Sonipat: दीनबंधु छोटूराम विज्ञान विश्वविद्यालय में प्रदर्शनों का दौर जारी रहा। बुधवार को छात्रों ने विवि में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर विवि का मेन गेट बंद कर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं शिक्षकों व कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन भी जारी रहा। शिक्षक व कर्मचारी विरोध प्रदर्शन के साथ कार्य भी कर रहे हैं ताकि छात्रों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। डीक्रूटा प्रधान डॉ. अजय कुमार ने कहा कि जो आरोप छात्रों, शिक्षकों व कर्मचारियों ने लगाए थे, उन आरोपों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्वीकार कर लिया है।

कुलपति ने किया विभागों का दौरा, मिली खामियां

कुलपति ने लाइब्रेरी, मैनेजमेंट व ह्यूमिनिटीज डिपार्टमेंट के दौरे में पाया कि बहुत सारे फैन व ट्यूब लाइट खराब पड़े थे। टायलेट में इलैक्ट्रिकल स्पलाई नहीं थी। लाइब्रेरी की रूफ सिलिंग काफी खराब हालत में है। लाइब्रेरी के ग्राऊंड फ्लोर में स्टेयर्स के पास गंदा पानी खड़ा था। क्लास रुम व टायलेट में कोई सफाई नहीं थी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्वीकार किया कि यह बहुत गंभीर मामला है, कोई भी दुर्घटना हो सकती है। डीक्रूटा प्रधान डॉ. अजय कुमार ने कहा कि ये सब विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार की तरफ से निकाले गए लेटर में उपर लिखी गई बातों को स्वीकार किया गया है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन अपने अडियल व तानाशाही रवैये पर कायम है।

शिक्षकों व कर्मचारियों से प्रशासन का कोई लेना-देना नहीं

डीक्रूटा प्रधान डॉ. अजय कुमार ने विश्वविद्यालय प्रशासन समस्याओं का समाधान जानबूझकर नहीं करना चाहता। वहीं कुलपति आवास व कुलपति सचिवालय में फाइव स्टार जैसी सुविधाएं विश्वविद्यालय प्रशासन को चाहिए। कुलपति सचिवालय में कोई छोटी मोटी असुविधा हो जाए तो पुरे विश्वविद्यालय का अमला कुलपति सचिवालय की समस्या के निराकण में लग जाता है। विश्वविद्यालय प्रशासन का छात्रों, रिसर्च स्कोलरो, कर्मचारियों व शिक्षकों से कोई लेना देना नहीं है।