भोपाल। भारतीय वन प्रबंध संस्थान, भोपाल द्वारा मंगलवार को संस्थान का 43 वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ के. रविचंद्रन, निदेशक, आईआईएफएम, डॉ आर बी लाल, पूर्व निदेशक, आईआई एफ एम, डॉ राम प्रसाद, पूर्व निदेशक, आईआईएफएम द्वारा की गई। 

संस्थान को मिला डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी का दर्जा 
अपने उदघाटन भाषण में संस्थान के निदेशक डॉ के रविचंद्रन ने आई आई एफ एम की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा आज आई.आई.एफ.एम. जिस स्तर पर है यह इस संस्थान के पूर्व निदेशकों द्वारा किए गये परिश्रमों का फल है, एडमिशन और प्लेसमेंट्स में रिकॉर्ड प्रदर्शन के साथ हम निरंतर प्रगति की दिशा में कार्य कर रहे है, इसके परिणामस्वरूप संस्थान को हाल ही में डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी का दर्जा मिल चुका है।

पर्यावरण संरक्षण के लिए चार नए पाठ्यक्रम होंगे शुरु
उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हम अधिक से अधिक योगदान दे पाये इसलिए हम आने वाले वर्षों में चार नये पाठ्यक्रमों को संस्थान में शुरू करने जा रहे है जिसमे से एक पाठ्यक्रम वर्तमान वर्ष के अंत तक शुरू होने की संभावना है। डॉ रविचंद्रन ने संस्थान एलुमनाई असोसिएशन एवं पूर्व छात्रों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किये जा रहे उल्लेखनीय कार्यो की भी सराहना की, उन्होंने बताया आई आई एफ एम के छात्र आज हर क्षेत्र में मौजूद है एवं देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है। 

इनकी रही उपस्थिति
इस अवसर पर संस्थान के एलुमनाई असोसिएशन के अध्यक्ष एवं इंडोनेशिया गणराज्य में भारत के राजदूत संदीप चक्रवर्ती तथा यूएनसीसीडी, जी20 ग्लोबल लैंड इनिशिएटिव के निदेशक डॉ मुरली थुम्मारुकुडी विशिष्ट वक्ता के रूप में शामिल हुए। इस विशेष अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ रविचंद्रन द्वारा सभी गणमान्य अतिथियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों के आई एफ एस अधिकारी, संस्थान के विद्यार्थी, संकाय सदस्य, अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित रहे।