भोपाल। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के मुंशी प्रेमचंद हॉस्टल की छत का एक हिस्सा गिर गया। इस हादसे में कुछ छात्र बाल-बाल बच गए। यह हिस्सा होस्टल के प्रवेश द्वार का है। घटना के समय वहां से कुछ छात्र गुजर रहे थे, जिनके गुजरने के तुरंत बाद यह हिस्सा गिरा। यह घटना मंगलवार-बुधवार रात की है।

छात्रों का आरोप है कि यहां छत गिरी है, लेकिन विश्व विद्यालय प्रबंधन की तरफ से अब तक मामले में सुध नहीं ली है। यहां ध्यान रहे कि मुंशी प्रेमचंद हॉस्टल की इमारत 40 साल से ज्यादा पुरानी है।

छात्रों का कहना है कि होस्टल में कभी भी सही तरीके से मेंटेनेंस नहीं किया जाता, जिससे ऐसी घटनाएं हो रही हैं। दूसरी तरफ विश्व विद्यालय प्रशासन जल्द मरम्मत की बात कर रहा।

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होस्टल के दूसरे कमरे भी खतरे से खाली नहीं
होस्टल के कई छात्रों ने बताया कि छत का हिस्सा गिरने के समय वहां से गुजर रहे छात्र बाल-बाल बच गए। इस हॉस्टल में 100 से अधिक छात्र रहते हैं और हर कमरे की स्थिति ऐसी ही है। कई कमरों में प्लास्टर झड़ता रहता है। इसके अलावा टॉयलेट्स की स्थिति भी दयनीय है और पानी की समस्या बनी रहती है। छात्रों ने इस मुद्दे पर कई बार प्रबंधन को लिखित शिकायत की, लेकिन हमेशा टाल-मटोल किया जाता रहा है। छात्रों ने कहा कि लंबे समय से यह समस्या बनी हुई है।

मरम्मत करवा रहे 
हमें घटना की सूचना मिली थी। प्रबंधन को भी जानकारी दे दे गई है। प्रवेश द्वार के पास छत का जो प्लास्टर गिरा है, उसे जल्द ही ठीक कराया जा रहा है। उम्मीद है कि 3 से 4 दिन में मरम्मत का काम पूरा हो जाएगा।  
- डॉ. हेमंत खंडाई, चीफ वार्डन, बीयू बॉयज होस्टल