कपिल श्रीवास्तव
Bhopal News:
 हैहय क्षत्रिय कलचुरी कलार समाज की ओर से पुष्पा नगर से चार इमली स्थित कलचुरी भवन तक करीब 10 किमी शोभायात्रा शुक्रवार (8 नवंबर) को निकाली गई। इसके चलते राजधानी में पुराने भोपाल से लेकर नए शहर तक में जाम की स्थिति देखने को मिली। कई जगहों पर स्कूल बसें व एंबुलेंस भी फंस गई।

एंबुलेंस और स्कूल बसें फंसी रही
इसके चलते जहां स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे व एंबुलेंस के मरीज परेशान होते रहे। बड़ी मुश्किल से उनको रास्ता मिल सका। ट्रैफिक पुलिस की यातायात व्यवस्था फेल नजर आई। उल्लेखनीय है कि 4 नवंबर को भी एक धार्मिक शोभायात्रा के चलते नदीम रोड इब्राहिमपुरा में गंभीर मरीज को ले जा रही एंबुलेंस फंस गई थी।

Bhopal Traffic Jam

एंबुलेंस चालक हुए खासे परेशान
जाम से एंबुलेंस के साथ वाहन चालकों को खासी परेशानी झेलनी पड़ी। हैहय क्षत्रिय कलचुरी कलार समाज द्वारा भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन की जयंती पर पुष्पा नगर से चार इमली स्थित कलचुरी भवन तक करीब 10 किलोमीटर की भव्य शोभायात्रा निकाली गई।

घंटों तक रेंगते रहे सैकड़ों वाहन
शोभायात्रा अशोका गार्डन, प्रभात पेट्रोल पंप सहित अन्य मार्गों से होते हुए कलचुरी भवन पहुंची। इस शोभायात्रा में 300 के करीब वाहन व बड़ी संख्या में समाज के लोगों के शामिल होने से कई भागों पर यातायात दबाव बढ़ गया। वहीं जाम से वाहन चालकों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। घंटों तक वाहन रेंगते नजर आए। वाहन चालकों का कहना था धार्मिक आयोजन शोभायात्रा के लिए अलग से रूट चिन्हित करना चाहिए, जिससे लोगों को जाम से परेशान न होना पड़े। 

ट्रैफिक डीसीपी बोले- पता कर बताता हूं
भोपाल ट्रैफिक डीसीपी विक्रम रघुवंशी ने बताया कि शोभायात्रा या धार्मिक आयोजन को लेकर कई बार समाज व संगठन आवेदन देकर अनुमति लेते है तो यातायात पुलिस द्वारा रूट व लोगों शामिल होने वाले लोगों के हिसाब से बल तैनात करता है। जिससे जाम की स्थिति न बने और लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। पुष्पा नगर से निकाली गई यात्रा को लेकर में पता करता हूं। अनुमति ली थी या नहीं। 

ऐसे आयोजनों के लिए अलग रूट तय हो
जाम में फंसे एक वाहन चालक (भास्कर राय) ने बताया कि ऐसे धार्मिक आयोजन व शोभायात्रा से लोगों को जाम से परेशान होना पड़ता है। प्रशासन को ऐसे आयोजनों के लिए अलग रूट तय करना चाहिए, जहां धार्मिक कार्यक्रम व यात्राए निकाली जा सके। जिससे राजधानी वासियों को जाम से निजात मिल सके।