कपिल देव श्रीवास्तव, भोपाल: 72 साल की सलामत बी को पेट में दर्द के साथ हार्ट बीट बढ़ने पर 24 दिसंबर (मंगलवार) को भोपाल मेमोरियल अस्पताल (बीएमचआरसी) में भर्ती कराया गया। यहं तीन दिन तक भर्ती रहने के बावजूद मरीज का उपचार नहीं किया गया। मजबूरन परिजन मरीज को निजी अस्पताल ले गए, जहां जांच में सलामत बी के लिवर में संक्रमण का पता लगा। यही नहीं समय पर इलाज ना मिलने से संक्रमण बढ़कर लिवर के बड़े हिस्से में फैल गया। परिजनों ने बीएमएचआरसी प्रबंधन की लापरवाही की शिकायत स्वास्थ्य विभाग से की है।
सलामत बी के बेटे फैजान खान ने बताया कि जब वे अपनी मां को लेकर आए तो वहां गैस्ट्रो विभाग में मौजूद डॉक्टरों ने सामान्य जांच के बाद बताया कि मरीज को ज्यादा दिक्कत नहीं है। फैजान ने कहा कि उनकी मां की तकलीफ बढ़ रही है, इस पर डॉक्टर ने उन्हें चुप करा दिया। मामले में अस्पताल प्रबंधन का मामले की जांच की बात कर रहा है।
एक साल में ही खराब हुई सीटी स्कैन
फैजान के मुताबिक डॉक्टर से मरीज का सीटी स्कैन कराने को कहा तो बताया गया कि सीटी स्कैन मशीन एक साल से खराब है। ऐसे में मरीज की सीटी जांच नहीं की गई। तो वहीं मरीज के परिजनों का आरोप है कि यहां अस्पताल की पांच में से तीन लिफ्ट खराब है। दो दिन पहले कार्डियक पेशेंट को वार्ड में ले जाते समय लिफ्ट अटक गई थी। वो तो गनिमत थी कि मरीज के साथ डॉक्टर था, उन्होंने लिफ्ट में ही सीपीआर देकर मरीज की जान बचा ली।
दो दिन में बढ़ गया संक्रमण
परिजनों का कहना है कि तीन दिन तक इलाज ना मिलने पर वे मरीज को एक निजी अस्पताल ले गए। यहां जांच में लिवर इंफेक्शन के साथ आंतों में भी सूजन बताई गई। डॉक्टरों ने बताया कि तीन दिन लेट होने से संक्रमण बढ़ गया। यही नहीं मरीज की आंतें भी उलझ गई है।
मरीज को हार्ट से संबंधित परेशानी थी
बीएमएचआरसी के डायरेक्टर डॉ. मनीषा श्रीवास्तव ने बताया कि मरीज को हार्ट से संबंधित परेशानी थी, इसलिए पहले उसका उपचार दिया गया। मरीज को स्टेबल करना जरूरी थी। दो लिफ्ट चल रही हैं। सीटी स्कैन के लिए एक निजी अस्पताल से करार है।