CM Mohan Yadav: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार (5 फरवरी) को स्कूली छात्र-छात्राओं को बड़ी सौगात दी है। भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में सीएम ने सरकारी स्कूलों के 7,900 प्रतिभाशाली छात्रों को मुफ्त ई-स्कूटी दी है। सीएम ने 12 स्कूली विद्यार्थियों को स्कूटी की चाबियां सौंपी। बाकी प्रतिभाशाली छात्रों को स्कूटी के लिए प्रतीकात्मक रूप से प्रमाण पत्र दिए गए।
प्रतिभा के साथ संस्कार होना भी जरूरी
सीएम ने कहा कि प्रतिभाशाली बच्चे जीवन में बहुत कुछ कर सकते हैं लेकिन प्रतिभा के साथ संस्कार होना भी जरूरी है। सिर्फ पढ़ा लिखा व्यक्ति ही सब कुछ नहीं होता है, गुणी होना भी जीवन में आवश्यक है। मोहन यादव ने कहा कि 1982 में मेरे भैया ने कहा कि चुनाव लड़ो, मैंने कहा-जीतूंगा तो क्या दोगे? भैया ने कहा-बुलेट दूंगा। इसके बाद 1988 तक मैं खुद और अपनी पार्टी को चुनाव जिताता रहा और हर साल भैया मुझे नई बुलेट दिलाते रहे। बुलेट तो मिल जाती थी लेकिन पेट्रोल का खर्च समझ में आता था। आप भाग्यशाली हो, आपको इलेक्ट्रिक व्हीकल मिला है।
गरीब बच्चों को सुविधा देने का काम 'मोहन सरकार' ने किया
स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि स्कूटी बच्चों को अपने शैक्षणिक जीवन की उपलब्धियों को और बेहतर स्वरूप देने का काम करेगी। जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह ने कहा कि बड़े परिवारों के बच्चों को गाड़ी से कॉलेज जाने की खुशी होती है लेकिन गरीब परिवारों के बच्चों को इस तरह की सुविधाएं देने का काम मोहन यादव सरकार ने किया है।
2023 में शुरू हुई थी योजना
बता दें कि एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में 2023 में 12वीं टॉपर छात्र-छात्राओं को स्कूटी देने की योजना शुरू की गई थी। स्कूल शिक्षा विभाग की योजना के तहत मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 12वीं परीक्षा में सरकारी विद्यालयों के टॉपर्स को स्कूटी दी जाती है। सरकार की तरफ से ई-स्कूटी और पेट्रोल स्कूटी के लिए दो किस्तों में पैसे दिए जाते हैं। छात्रों पर निर्भर करता है कि वे ई-स्कूटी लेंगे या पेट्रोल से चलने वाली स्कूटी।
2022-23 में 7778 छात्रों को दी थी स्कूटी
स्कूटी देने से पहले छात्र-छात्राओं की पसंद पूछी जाती है। इस बार भी छात्रों की पसंद पूछी गई है। इलेक्ट्रिक स्कूटी के लिए सहमति देने वाले विद्यार्थियों के बैंक खातों में 1 लाख 20 हजार रुपए जमा होते हैं। पेट्रोल स्कूटी चुनने वाले छात्रों को 90 हजार रुपए के चेक मिलते हैं। योजना का बजट 80 करोड़ रुपए से ज्यादा है। 2022-23 में 7778 छात्रों को स्कूटी दी गई थी। 2760 छात्रों को ई-स्कूटी और 5018 छात्रों को पेट्रोल वाली स्कूटी दी गई थी। मध्यप्रदेश सरकार ने कुल 40.40 करोड़ रुपए खर्च किए थे।
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90 हजार छात्रों को लैपटॉप देगी सरकार
मध्य प्रदेश सरकार ने 2009-10 में मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना शुरू की थी। योजना का लाभ MP बोर्ड की 12वीं परीक्षा में 75% या उससे अधिक नंबर हासिल करने वाले विद्यार्थियों को मिलता है। पात्र छात्रों को सरकार लैपटॉप खरीदने के लिए 25,000 रुपए की राशि देती है। योजना का बजट 225 करोड़ है। 2022-23 में 78,641 विद्यार्थियों को योजना का फायदा मिला था। 2023-24 के टॉपर 90,000 को 15 फरवरी से पहले सरकार लैपटॉप देगी।