Bhopal News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के पूर्व रजिस्ट्रार प्रो. राकेश सिंह राजपूत ने शुक्रवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। राजपूत पर आरोप है कि विश्वविद्यालय के एफडी घोटाले में वह मुख्य रूप से संलिप्त हैं। इस आरोप के चलते पिछले कई महीनों से वह फरारी काट रहे थे।
 
भ्रष्टाचार का मामला उजागर
आरजीपीवी भोपाल में करोड़ों के भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने के बाद से राकेश सिंह राजपूत अपनी योजना बनाते हुए गायब हो गए थे। उन पर आरोप है कि विश्वविद्यालय की एफडी में 19 करोड़ रुपए का गबन किया गया है। अफवाह यह भी पिछले कई महीनों से चल रही थी कि सभी को चकमा देकर राजपूत विदेश भाग गए हैं।

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10 सितंबर तक पुलिस कस्टडी में
भोपाल जिला न्यायालय में शुक्रवार को सीधे तौर पर एफडी घोटाले के आरोपी राकेश सिंह राजपूत ने सरेंडर कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने न्यायालय से अनुमति लेकर आरोपी राजपूत को रिमांड पर ले लिया है। राकेश राजपूत 10 सितंबर तक पुलिस कस्टडी में रहेंगे, जहां उनसे घोटाले के संबंध में पूछताछ की जायेगी।

अग्रिम जमानत की याचिका खारिज
भोपाल कोर्ट में सरेंडर करने से पहले आरोपी पूर्व रजिस्ट्रार ने इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में अपनी अग्रिम जमानत को लेकर याचिका लगाई थी, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था। कानून से शिकंजे से भाग रहे राकेश सिंह राजपूत ने घोटाले के मामले में 6 महीने से फरारी काटते हुए आखिरकार कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। राजपूत के सरेंडर करने से पुलिस अब इस मामले में अन्य आरोपियों की भी धर पकड़ कर सकती है। 

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