प्रशांत शुक्ला,भोपाल। महिला एवं बाल विकास विभाग मुंगावली के सहायक ग्रेड 3 के बाबू को बुधवार के दिन ग्वालियर लोकायुक्त टीम ने 7 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। बाबू ने स्वसहायता समूह में पैसे डलवाने के एवज में 10 हजार की डिमांड की थी, जिसमें वह 3 हजार रूपए हितग्राही से पहले ले चुका था।

पूरा मामला यह है कि मुगांवली के बांग्ला चौराहा निवासी रामप्रसाद अहिरवार ने हाल ही में लोकायुक्त में शिकायत की थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि उनकी पत्नी सिया बाई का जानकी स्वच्छता समूह के नाम से बच्चों को भोजन बनाने वाला समूह चलता है। उसे समूह की चार महीने की राशि नहीं डाली थी। हर माह के 20 हजार के हिसाब से 80 हजार रुपए डालना थी। हितग्राही में अपने पोषण आहार के पैसे डलवाने कई चक्कर काटे।

शिकायतकर्ता ने बताया था कि पहले वह राशि डलवाने के बदले 20 प्रतिशत राशि देते थे। लेकिन कुछ दिनों पहले बाबू ने उसे बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर दिया। इस दौरान महिला बाल विकास में पदस्थ बाबू अनिल कुमार पाठक ने पोषण आहार का पैसा डालने के नाम पर हितग्राही से10 हजार रुपए की मांग की। इसके बाद हितग्राही ने 3 हजार रुपए मौके पर ही दे दिए थे और 7 हजार बाद में देने को कहा। 

इसी दौरान उसने मामले की शिकायत लोकायुक्त कार्यालय ग्वालियर में कर दी। लोकायुक्त की 11 सदस्य टीम डीएसपी राघवेंद्र सिंह तोमर के नेतृत्व में मुंगावली पहुंच गई और जैसे ही शिकायतकर्ता ने बाबू को पैसे दिए तो टीम ने पकड़ लिया । वहीं रिश्वत के पैसे जब्त कर लिए। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।