Mohammad suleman VRS: मध्य प्रदेश के वरिष्ठ IAS अधिकारी मोहम्मद सुलेमान ने सेवानिवृत्ति के 4 माह पहले ही स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले ली। अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) सुलेमान के आवेदन को राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है। 12 मार्च को सुलेमान का आखिरी कार्यदिवस होगा। 1989 बैच के IAS सुलेमान वर्तमान में कृषि उत्पादन आयुक्त और मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल के चेयरमैन थे।
13 फरवरी को लिखा था पत्र
1989 के बैच के IAS सुलेमान अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) के पद पर हैं। जुलाई 2025 में सुलेमान रिटायर होने वाले थे। आईएएस अधिकारी ने 13 फरवरी को पत्र लिखकर राज्य सरकार से वीआरएस के लिए अनुरोध किया था। 2 मार्च को केंद्रीय कार्मिक और प्रशिक्षण मंत्रालय ने उनके वीआरएस को मंजूरी दे दी है। सुलेमान 13 मार्च से स्वैच्छिक सेवानिवृत्त हो जाएंगे।
जानिए आगे क्या कर सकते हैं सुलेमान
सूत्रों के मुताबिक, वीआरएस लेने के बाद मोहम्मद सुलेमान TERI (The Energy and Resources Institute) नामक दिल्ली के प्रतिष्ठित संस्थान से पीएचडी करेंगे। माना जा रहा है कि पीएचडी करने के दौरान सुलेमान का कूलिंग ऑफ पीरियड गुजर जाएगा। इसके बाद सुलेमान किसी बहुराष्ट्रीय कंपनी के साथ ऊंचे पद पर जुड़कर काम कर सकते हैं।
हो सकते हैं कई बदलाव
बता दें कि मोहम्मद सुलेमान ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर काम किया है। सरकार के विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में अहम भूमिका निभाई। उनके योगदान ने राज्य प्रशासन में कई बदलाव किए हैं। मोहम्मद सुलेमान के VRS के बाद राज्य प्रशासन में बड़े बदलाव हो सकते हैं। क्योंकि उनके जैसे वरिष्ठ अधिकारी का वीआरएस निर्णय निश्चित रूप से प्रशासनिक कार्यों को प्रभावित करेगा।
जानिए कौन हैं मोहम्मद सुलेमान?
मोहम्मद सुलेमान ने अपने करियर की शुरुआत ग्वालियर के असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में की थी। फिर सुलेमान सिवनी, बालाघाट और इंदौर के कलेक्टर रहे। कोरोना महामारी में मोहम्मद सुलेमान को ACS हेल्थ की अहम जिम्मेदारी दी गई थी। सुलेमान पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के भरोसेमंद अफसरों में शामिल रहे और तमाम विरोध के बाद भी मोहन सरकार बनने तक एसीएस हेल्थ के रूप में काम करते रहे।
कांग्रेस सरकार में भी अहम जिम्मेदारी
2018 में कांग्रेस की सरकार बनी। कमलनाथ मुख्यमंत्री बने। मोहम्मद सुलेमान को उद्योग जैसे अहम विभाग की जिम्मेदारी मिली थी। उनके अनुभव का लाभ उठाने इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट्स के लिए कमलनाथ जनवरी 2019 में उन्हें स्विट्जरलैंड के दौरे पर साथ ले गए थे। 2023 में डॉ. मोहन यादव ने प्रशासन में बदलाव किए। तब भी मोहम्मद सुलेमान की स्थिति में कोई खास परिवर्तन नहीं हुआ। मध्य प्रदेश में मंत्री पद की बदलती मांगों के बावजूद सुलेमान की स्थिति में कोई कमी नहीं आई।