ग्वालियर। योग थेरेपिस्ट प्रबल कुशवाह की चीन के बीजिंग में संदिग्ध परिस्थतियों में मौत हो गई। पिछले हफ्ते से उसका मोबाइल बंद आ रहा था, लेकिन भारत से चीन बुलाने वाली चीनी युवती उसके बाहर होने का हवाला देकर टालती रही। परिजनों ने भारतीय दूतावास से संपर्क किया तो पता चला मौत हो चुकी है। वह कमरे में फंदे पर मिला। घटना को हत्या बता परिजनों ने प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से शव को जल्द भारत लाने में मदद करने की गुहार लगाई है।

ऑफर मिला तो नौकरी करने बीजिंग चला गया 
रॉक्सी पुल निवासी सुरेंद्र कुशवाह टैक्सी चालक हैं। उनके योग थैरेपिस्ट बेटे प्रबल को फरवरी में चीन से ऑफर मिला तो नौकरी करने बीजिंग चला गया। दूतावास से मिले संदेशों के अनुसार, जांच-पड़ताल के बाद शव लाने में 45 दिन लगेंगे।

एक हफ्ते पहले बात हुई थी, फिर फोन नहीं आया 
प्रबल के जीजा ने बताया, वह मार्च में नौकरी के लिए गया था। रोज फोन पर बात करता था। पिछले मंगलवार को बात हुई, फिर फोन नहीं आया। उसे चीन बुलाने वाली सू-चाइन, मिस रोजी ने फोन पर कहा, वह बाहर है। बाद में उसका फोन भी बंद हो गया। भारतीय दूतावास, विदेश मंत्री जयशंकर प्रसाद को ट्वीट कर सूचना दी। तब दूतावास ने शनिवार को मौत की जानकारी दी।

मालिक से हुआ झगड़ा
परिजनों ने बताया कि प्रबल ने कुछ दिन पहले पैसों को लेकर मालिक से झगड़ा होने की बात कही थी। प्रबल और चीनी युवती ने एक साथ बेंगलुरू से योग का डिप्लोमा किया था। युवती ने बीजिंग में योग सेंटर खोला और उसमें नौकरी के लिए प्रबल को बुला लिया।