MP News : मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन का कार्य जोरो पर है। यहां पर शिकायतों के बाद अब जिला प्रशासन और खनिज विभाग आंखे बंद कर बैठा है। कठोर कार्यवाही नहीं होने से अवैध रेत कारोबारियों के हौसले भी बुलंद हैं। जिनमे किसी प्रकार की कार्यवाही का खौफ तक नजर नही आता है।

मशीनो और डंपरो पर कार्यवाही करवा रहे हैं
इस घटना को देखते हुए अब क्षेत्रीय विधायकों को कमर कसनी पड रही है और वे अवैध रेत घाटों पर दबिश देकर रेत परिवहन में लगे मशीनो और डंपरो पर कार्यवाही करवा रहे हैं। जिले में कटंगी विधायक गौरव पारधी, वारासिवनी विधायक विवेक पटेल और परसवाड़ा विधायक मधु भगत रेत घाटों का निरीक्षण करने पहुंचे। निरीक्षण के बाद बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे ने एक्शन दिखाना शुरु कर दिया है और वह भी रेत घाट जाकर वास्तु स्थितियों से रूबरू हो रही हैं।

बिना अनुमति के मशीनों से रेत निकाली जा रही थी
बता दें कि एक दिन पहले 10 जून को बालाघाट विधायिका अनुभा मुंजारे ने शहर से लगे धापेवाडा गांव के संचालित अवैध रेत घाट पहुंचकर दबिश दी, तो यहां पहुंचते ही उनके होश उड़ गए। मौके पर उन्होने पाया कि यहां रेत का अवैध खनन और परिवहन जोरो से चल रहा है। बिना अनुमति के नदी के बीच रास्ता बनाकर मशीनों से रेत निकाली जा रही थी। जबकि यह घाट स्वीकृत नहीं है। यह जानने के बाद विधायिका अनुभा मुंजारे सख्त रुख अख्तियार किया और रेत उत्खनन व परिवहन में लगे 06 डंपरो को जप्त करवाया। जिसके बाद मौके पर माफियाओ में ह्ड़कंप मच गया और देखते ही देखते मौके पर लोगो का भारी संख्या में जमावडा भी लग गया।

खनिज विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गये
बताया जा रहा है कि इनमें से अधिकांश लोग रेत कारोबार से जुड़े थे। सूत्रों का यहां तक मानना सामने आया कि विधायक अनुभा मुंजारे की जगह यदि कोई अन्य सामान्य जनप्रतिनिधि होता, तो माफिया प्रवृति के लोग किसी भी प्रकार की घटना कारित करने से नही चूकते। लेकिन यहां एक महिला विधायक जनप्रतिनिधि को देखकर सब दहशत में आ गये और अफरा तफरी सी मच गई। हालांकि सूचना के घंटो इंतजार बाद कोतवाली पुलिस, राजस्व अमला और खनिज विभाग के अधिकारी-कर्मचारी भी मौके पर पहुंच गये। जहां अनुभा मुंजारे के निर्देश पर 06 डंपरो पर वैधानिक कार्यवाही की गई।
 
ग्रामीणों की शिकायत पर धापेवाडा रेत घाट का औचक निरीक्षण किया
इस कार्यवाही के बाद अगले ही दिन विधायक अनुभा मुंजारे ने प्रेसवार्ता करके मीडिया से चर्चा की और खनिज विभाग पर साठगांठ के गंभीर आरोप लगाए । जहां उन्होंने कहा कि मैने ग्रामीणों की शिकायत पर धापेवाडा रेत घाट का औचक निरीक्षण किया था, जहां बड़े पैमाने पर रेत खनन का कार्य चल रहा था। जहां हमने 06 डंपर पर वैधानिक कार्यवाही करवाई है। लेकिन रेत का यह कारोबार बडी साठगांठ के साथ चल रहा है। जिला प्रशासन और खनिज विभाग भी रेत माफियाओं के इशारों पर चलता है। ऐसे में जिले की वन सम्पदा और खनिज सम्पदा तबाह हो जाएगी। हम लगातार कार्यवाही करवायेगें। साथ ही अब जिले के सभी छ: विधायक मिलकर रेत उत्खनन पर रोक लगाने का प्रयास करेंगे।