भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव दिल्ली दौरे पर हैं। मंत्रीमंडल के विस्तार को लेकर शुक्रवार को मोहन की राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक हो सकती है। दिल्ली में होने वाली इस बैठक में मंत्रीमंडल के सदस्यों की सूची को अंतिम रूप दिया जा सकता है। संभावना है कि 23 दिसंबर को मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। मंत्रीमंडल में नए चेहरों को तवज्जो मिल सकती है।
बैठक में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश भी शामिल हो सकते हैं।
हम सब मिलकर प्रदेश की बेहतरी के लिए काम करेंगे
बता दें कि गुरुवार को मुख्यमंत्री मोहन ने दिल्ली में प्रदेश के सांसदों से मुलाकात की थी। दिल्ली स्थित मध्यप्रदेश भवन में प्रदेश के सांसदगणों से भेंट कर जनहित से जुड़े कार्यों और प्रदेश के विकास से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। इस दौरान सीएम मोहन ने सांसदों के साथ डिनर भी किया। मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश के सांसदों से सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान सहभोज भी था। हम सब मिलकर प्रदेश की बेहतरी के लिए काम करेंगे।
मोहन से बोले दिग्विजय, अब वे अपने किए वादे पूरे करें
डॉ. मोहन यादव के दिए सहभोज और सौजन्य भेंट कार्यक्रम में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और विवेक तन्खा भी पहुंचे। सीएम को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा- जनता ने उन्हें अवसर दिया है। अब वे अपने किए वादे पूरे करें। गारंटी पूरी करें। दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमसे सकारात्मक सहयोग मांगा जाएगा तो देंगे।
इन्हें बनाया जा सकता है मंत्री
बता दें कि नरेंद्र सिंह तोमर पहले ही विधानसभा के अध्यक्ष बनाए जा चुके हैं। अब प्रहलाद पटेल, राव उदय प्रताप सिंह, रीति पाठक, राकेश सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भी प्रदेश सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है। चर्चा चल रही है कि सांसद से विधायक बने नेताओं को मंत्री का पद दिया जा सकता है।
मंत्री पद पाने के लिए ये नेता लगा रहे पूरी ताकत
लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा मंत्रीमंडल के चेहरे तय करने में लगी है। क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों को लेकर नामों पर मंथन चल रहा है। बड़े शहरों में चेहरों को लेकर पेंच फंसा है। जैसे सागर में गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, गोविंद सिंह राजपूत शिवराज सरकार के चौथे कार्यकाल में मंत्री थे। अब नए चेहरों में शैलेंद्र जैन और प्रदीप लारिया का नाम मंत्री के लिए आगे किया है। इस वजह से भार्गव, भूपेंद्र ताकत लगा रहे हैं। तो गोविंद के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया पैरवी कर रहे हैं। हर नेता मंत्री पद पाने के लिए पूरी ताकत लगा रहा है।
इधर भोपाल में विश्वास सारंग भी शिवराज सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री थे। अब सारंग के साथ ही तीन बार के तीन विधायक मंत्री पद के दावेदार हैं। रामेश्वर शर्मा, कृष्णा गौर और विष्णु खत्री मंत्री पद के दावेदार हैं।