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MP 5th-8th result 2025: मध्य प्रदेश में बोर्ड पैटर्न पर हुईं पांचवी-आठवीं के परीक्षा परिणाम जारी कर दिए गए। राज्य शिक्षा केंद्र के मुताबिक, ग्रामीण क्षेत्र के स्टूडेंट्स ने बाजी मारी है। 5वीं कक्षा में ग्रामीण स्टूडेंट्स 93.97 प्रतिशत और 8वीं में 90.80 प्रतिशत पास हुए हैं। जबकि, शहरी क्षेत्र में 5वीं का रिजल्ट 89.15 और 8वीं कक्षा का 88.07 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। यानि 5वीं में ग्रामीण क्षेत्रों का परिणाम 4.82 और 8वीं में 2.73 प्रतिशत अधिक रहा है। 

राज्य शिक्षा केंद्र की ज्वाइन डायरेक्टर जयश्री पिल्लई शर्मा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों का रिजल्ट अच्छा रहा। गांवों में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी है। 

मदरसों का परीक्षा परिणाम कम
सरकारी स्कूलों में कक्षा 5वीं में 93.24 प्रतिशत छात्र, निजी स्कूलों में 91.99 प्रतिशत और मदरसों के 76.83 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। इसी प्रकार कक्षा 8वीं में सरकारी स्कूलों के 89.13 प्रतिशत, प्राइवेट के 91.73 प्रतिशत और मदरसों के 67.72 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। 

असफल विद्यार्थियों के लिए फिर होगी परीक्षा 
राज्य शिक्षा केंद्र संचालक हरजिंदर सिह ने बताया, हमारा प्रयास बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सीखने के अवसर देना है। शिक्षा के स्तर की वस्तुस्थिति के सर्वाधिक आंकड़े विश्लेषण करने में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी राज्य बनने जा रहा है। एमपी के ग्रामीण क्षेत्रों के बेटे-बेटियां अब कमजोर नहीं रहे। असफल विद्यार्थियों के लिए जल्द ही दोबारा परीक्षाएं कराई जाएंगी। 

1 लाख स्कूलों के करीब 23 लाख विद्यार्थी हुए थे शामिल 

  • मध्य प्रदेश में 1 लाख 12 हजार 323 शासकीय और निजी स्कूलों के अलावा मदरसे हैं। जहां अध्यनरत 23 लाख विद्यार्थी इन परीक्षाओं में शामिल हुए हैं। 95 हज़ार 417 विद्यालय ग्रामीण और 16 हज़ार 906 विद्यालय शहरों में हैं। 86 हज़ार 553 शासकीय, 25 हज़ार 101 निजी विद्यालय और 669 मदरसे शामिल हैं। 
  • कक्षा 5वीं के कुल 11 लाख 17 हज़ार 961 विद्यार्थियों में से 8 लाख 24 हज़ार 598 ग्रामीण और 2 लाख 93 हज़ार 363 विद्यार्थी शहरी क्षेत्रों के हैं। वहीं कक्षा 8वीं के कुल 11 लाख 68 हज़ार 866 विद्यार्थियों में से 8 लाख 35 हज़ार 733 ग्रामीण और 3 लाख 33 हज़ार 133 विद्यार्थी शहरी क्षेत्रों के हैं।

12 हज़ार 623 केन्द्रों में परीक्षा, 322 पर मूल्यांकन 
राज्य शिक्षा केन्द्र ने प्रत्येक जिले के पृथक-पृथक प्रश्न-पत्रों के सेट तैयार किए थे। 12 हज़ार 623 सर्व विद्यालयों में परीक्षा केन्द्र बनाए गए। उत्तर पुस्तिकाएं एक विकासखंड से दूसरे विकासखंड और ज़िले मुख्यालय की उत्तर पुस्तिकाएं डाइट केन्द्र पर मूल्यांकन के लिए भेजी गईं। मूल्यांकन के बाद 322 केन्द्रों में ऑनस्पॉट मोबाईल एप पर नंबर फीड किए गए।