Kuno National Park: MP की धरती पर 70 साल के इंतजार के बाद आज के ही दिन चीतों ने कदम रखा था। चीता प्रोजेक्ट के दो साल पूरे हो गए हैं। PM नरेन्द्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को रिलीज किया था। 2 साल में तमाम चुनौतियां और उतार-चढ़ाव देखने को मिले। चीतों की संख्या 20 से बढ़कर 24 हो गई है। पर्यटकों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। आइए हम जानते हैं कि दो साल में कूनो नेशनल पार्क में कब, क्या हुआ। 

अक्टूबर से हो सकता है चीतों का दीदार 
दो साल में कूनो में पर्यटकों की संख्या तो बढ़ी है, लेकिन पर्यटकों को चीते देखने को नहीं मिले। इसका कारण यह है कि सभी चीते अभी बाड़ों में ही हैं। जिन्हें बाहर छोड़ने के लिए कूनो प्रबंधन को काफी मंथन करना पड़ रहा है, क्योंकि पिछले साल जुलाई-अगस्त में खुले जंगल में कुछ चीतों की मौत हो गई थी। कहा जा रहा है कि अगले माह अक्टूबर से शुरू होने वाले नए पर्यटन सीजन में पर्यटकों को चीते दिखने को मिल सकते हैं। इसके लिए विशेषज्ञों ने निर्णय का इंतजार है। 

चीतों को अब सरहद पार करने की जरूरत नहीं 
सबसे खास यह है कि चीतों के घर कूनों नेशनल पार्क का आकार अब और बढ़ गया है। चीतों को बार-बार अब सरहद पार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कूनो नेशनल पार्क में अब 54 हजार 249 हेक्टेयर वन क्षेत्र और जुड़ने जा रहा है। इसके बाद अब कूनो नेशनल पार्क का क्षेत्रफल बढ़कर 1 लाख 77 हजार हेक्टेयर हो जाएगा। चीतों को इससे काफी लाभ होगा।  

लगातार बढ़ रही सैलानियों की संख्या 
कूनो में चीतों के साथ-साथ सैलानियों की संख्या में बढ़ी है। पिछले 5 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2019 में 804, 2020 में 903, 2021 में 1211, 2022 में 1459, 2023 में 3172 पर्यटकों ने नेशनल पार्क के दीदार किए। इन पर्यटकों में 28 विदेशी और 3144 भारतीय पर्यटक शामिल हैं।  

तीसरी खेप में आएंगे 10 से कम चीते
चीतों की तीसरी खेप भारत लाने के लिए भारतीय एक्सपर्ट का दल साल के अंत में केन्या या फिर दक्षिण अफ्रीका जा सकता है। अभी केन्या और दक्षिण अफ्रीका दोनों ही देशों से बातचीत चल रही है। तीसरे खेप में आने वाले चीते गांधीसागर सेंक्चुरी में ले जाए जाएंगे। उनसे पूछा गया कि वहां तो 10 से भी कम चीतों के लिए ही जगह है। 

कूनो नेशनल पार्क का 2 साल का सफर

  • 17 सितंबर 2022 नामीबिया से 8 चीते आए
  • 18 फरवरी 2023 द. अफ्रीका से 12 चीते आए
  • 26 मार्च 2023 साशा की किडनी इंफेक्शन से मौत
  • 27 मार्च 2023 ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया
  • 23 अप्रैल 2023 नर चीता उदय की दिल के दौरे से मौत
  • 9 मई 2023 मादा चीता दक्षा की मेटिंग के दौरान मौत
  • 23 मई 2023 ज्वाला के एक शावक की मौत
  • 25 मई 2023 ज्वाला के दो और शावकों की मौत
  • 11 जुलाई 2023 आपसी संघर्ष में मेल चीता तेजस की मौत
  • 14 जुलाई 2023 आपसी संघर्ष में मेल चीता सूरज की मौत
  • 02 अगस्त 2023 इंफेक्शन से मादा चीता धात्री की मौत
  • 03 जनवरी 2024 आशा ने 3 शावकों को जन्म दिया
  • 16 जनवरी 2024 नर चीता शौर्य की मौत
  • 22 जनवरी 24 को ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया
  • 10 मार्च 2024 को चीता गामिनी ने 6 शावकों को जन्म दिया।
  • 4 जून 2024: मादा चीता गामिनी का शावक मृत मिला।
  • 5 अगस्त 2024: मादा चीता गामिनी के एक और शावक की मौत
  • 27 अगस्त 2024: नामीबिया से लाए गए चीते पवन की मौत