भोपाल। कूनो नेशनल पार्क से बुरी खबर है। मंगलवार को नामीबियाई चीता शौर्य ने दम तोड़ दिया है। मॉनिटरिंग टीम ने सुबह 11 बजे शौर्य को देखा तो वह अचेत और कमजोर दिख रहा था। टीम ने सीपीआर दिया लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई। पोस्टमार्टम के बाद ही मेल चीता शौर्य की मौत का कारण पता चलेगा। बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में अब तक 7 चीतों और 3 शावकों की मौत हो चुकी है। शौर्य को मिलाकर 10 चीते प्राण त्याग चुके हैं। नामीबिया से कुल 8 चीतों को लाया गया था। इससे पहले दो 2023 को मादा चीता धात्री की मौत हुई। पोस्टमॉर्टम में इंफेक्शन से मौत की वजह सामने आई थी।
भाई गौरव के साथ आया था शौर्य
बता दें कि नामीबिया से लाया गया चीता शौर्य अपने सगे भाई गौरव के साथ आया था। दोनों हमेशा एक साथ रहते थे, साथ शिकार करते थे। कुछ समय पहने दोनों की अग्नि और वायु चीते से भिड़ंत हुई थी। वे दोनों भी सगे भाई थे। इसमें अग्नि चीता गंभीर रूप से घायल हो गया था। इसके बार चीतों को बाड़े में बंद कर दिया था।
जानें...कूनो में कब, किस चीते की मौत हुई
- 26 मार्च 2023 को साशा की मौत हुई। साशा को नामीबिया से लाया था। किडनी इंफेक्शन के कारण मौत हुई।
- 23 अप्रैल 2023 को साउथ अफ्रीका से लाए गए चीते उदय की दिल के दौरे से मौत हुई।
- 9 मई 2023 को दक्षिण अफ्रीका से आई दक्षा की मेटिंग के दौरान मौत हुई।
- 23 मई 2023 को मादा चीते ज्वाला के एक शावक की मौत हो गई। गर्मी, डिहाइड्रेशन को कारण बताया।
- 25 मई 2023 को ज्वाला के दो और शावकों की मौत हुई। ज्यादा तापमान और लू को मौत का कारण बताया।
- 11 जुलाई 2023 को चीता तेजस की मौत हुई। चीतों के आपसी संघर्ष को मौत का कारण बताया।
- 14 जुलाई 2023 को चीता सूरज की मौत हुई। चीतों के आपसी संघर्ष में ही सूरज की जान गई है।
- 2 अगस्त 2023 को मादा चीता धात्री की मौत हुई। पोस्टमॉर्टम में इंफेक्शन से मौत की वजह सामने आई थी।
तीन जनवरी को आशा ने तीन शावकों को दिया था जन्म
हाल ही में तीन जनवरी को कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाई गई मादा चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया था। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर शावकों की तस्वीर और वीडियो भी जारी किए गए थे।