Priyadarshini Raje Scindia: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। प्रियदर्शनी को सिंधिया कन्या विद्यालय का प्रेसिडेंट ऑफ गवर्नर बनाया गया है। प्रियदर्शनी ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। राजमाता माधवी राजे सिंधिया के निधन के बाद प्रियदर्शिनी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। बता दें कि प्राकृतिक खेती और एकीकृत फार्मिंग के प्रसिद्ध मिलन शर्मा की मुख्य अतिथि में 28 अक्टूबर को सिंधिया कन्या स्कूल का 68वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा। भव्य कार्यक्रम की तैयारियां शुरू हो गई हैं। 

28 को मनेगा 68वां स्थापना दिवस 
सिंधिया स्कूल की संस्थापिका स्वर्गीय विजयाराजे सिंधिया की समृति में हर साल 28 अक्टूबर को स्थापना दिवस मनाया जाता है। इस बार 68वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा। समारोह के मुख्य अतिथि मिलन शर्मा होंगी। मिलन प्राकृतिक खेती के साथ एकीकृत डेयरी फार्मिंग में कार्यरत हैं। इस अवसर पर विद्यालय संचालक मंडल के सदस्य, अतिथिगण और छात्राओं के साथ अभिभावक गण उपास्थित रहेंगे। कार्यक्रम विद्यालय प्राचार्या निशी मिश्रा की अध्यक्षता में होगा।  

सुबह 10.30 बजे से शुरू होंगे कार्यक्रम 
स्थापना दिवस समारोह में प्रदर्शनी का उद्घाटन विद्यालय की हैड गर्ल मनस्वी मुद्गल के अभिभावकों सुबह 10:30 बजे होगा। कार्निवाल भ्रमण, ऑर्केस्ट्रा, वेस्टर्न बैंड, पेरेंट्स क्विज, डांस वर्कशॉप और गेम्स भी होंगे। शाम पांच बजे मुख्य अतिथि का आगमन होगा। विजया राजे सिंधिया, स्वर्गीय जीवाजीराव सिंधिया, माधवराव सिंधिया, राजमाता माधवी राजे सिंधिया को पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। इसके बाद मुख्य अतिथि (विजिया अवार्डी) और अन्य अतिथियों का पुष्पगुच्छों से स्वागत किया जाएगा। प्राचार्य निशी मिश्रा वार्षिक प्रतिवेदन की प्रस्तुति देंगी। साथ ही बोर्ड ऑफ़ गवर्नर, डॉ वीके गंगवाल का उद्बोधन होगा। इसके बाद पुरस्कार वितरण होगा।  

मिलन को मिलेगा 'विजया अवॉर्ड' 
सिंधिया कन्या स्कूल की पूर्व छात्रा मिलन शर्मा को विजया राजे सिंधिया अवॉर्ड ऑफ़ एक्सीलेंस से नवाजा जाएगा। 1987 बैच की छात्रा मिलन शर्मा प्राकृतिक खेती के साथ एकीकृत डेयरी फार्मिंग में कार्यरत हैं। मिलन ने प्रोफेसरों से मिले उत्कृष्ट मार्गदर्शन के कारण ही उत्कृष्टता हासिल की है। मिलन ने देशी नस्ल की गायों के संरक्षण, गांवों में प्राकृतिक खेती (यूरिया, डीएपी, रसायन, कीटनाशकों के उपयोग के बिना खेती), युवाओं को डेयरी और कृषि को पेशे के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया है। सीबीएसई पाठ्यक्रम के लिए जर्मन भाषा की पुस्तकों का सह-लेखन भी किया। 

मिलन ने कई सराहनीय कार्य किए 
मिलन को डॉ. वी कुरियन अभिनव डेयरी किसान पुरस्कार, कृषि रत्न, सर्वश्रेष्ठ महिला डेयरी किसान पुरस्कार और उन्नत किसान पुरस्कार मिल चुके हैं। करनाल के राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान (NDRI) में डॉ. ए.के. सिंह के मार्गदर्शन में मिलन ने वाणिज्यिक डेयरी फार्मिंग और दूध उत्पादों में मूल्य संवर्धन पर दो एक महीने के पाठ्यक्रम किए। 2018 में फार्म को अपने हाथ में लिया। इसके अलावा और भी कई सराहनीय काम किए हैं।