Sehore Popular Places: मध्यप्रदेश में 55 जिले हैं। हर जिले की अपनी एक अलग पहचान है। रहन-सहन, बोली, व्यंजन के लिहाज से भी यह एक-दूसरे से अलग हैं। हरिभूमि आपको 'मेरा शहर' सेगमेंट में हर दिन एक जिले की संस्कृति, सभ्यता और वहां की परंपराओं से रूबरू करा रहा है। जानें जिला सीहोर की खासियत...।
सीहोर भोपाल से 39 किमी दूर स्थित है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 1500 फीट से 2000 फीट है। 6578 किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले सीहोर जिले की सीमाएं भोपाल, रायसेन, होशंगाबाद, देवास, शाजापुर, राजगढ़ और हरदा जिलों को जोड़ती हैं। लाख की चूड़ियां गोंड जनजातियों का प्रतिष्ठित शृंगार है। सरूर-मारू की गुफाएं, तिनपुरा, गिन्नौरगढ़ किला सीहोर जिले के ऐतिहासिक स्थल हैं।
सीहोर के 5 लोकप्रिय पर्यटक केंद्र
- चिंतामन गणेश मंदिर (Chintaman Ganesh Temple)
चिंतामन गणेश मंदिर सीहोर से 3 किमी दूर स्थित है। 2 हजार साल पहले उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने इसे बनवाया था। हर बुधवार बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं। गणेश चतुर्थी जैसे त्योहार में उनकी संख्या बढ़ जाती है। - कुंवर चैनसिंग की समाधि (Kunwar Chain Singh Cenotaph )
इंदौर लोटिया नदी के तट से 2 किमी दूर स्थित इस जगह पर युवराज चैनसिंह ने अंग्रेजों के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंका था। अंग्रेजों से लड़ते हुए वह अपने साथियों संग यहीं पर शहीद हो गए थे। बस और टैक्सी से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। - ऑल सेंट्स चर्च (All Saints Church)
ब्रिटिश पोलिटिकल एजेंट ने 1838 में इस चर्च का निर्माण कराया था। यह स्कॉटलैंड के चर्च की प्रतिकृति है। बांस के पेड़ों और आसपास की हरियाली पर्यटकों को आकर्षक बनाती है। - विंध्यवासिनी मंदिर सलकनपुर (Vindhyavasini Temple Salkanpur)
भोपाल से 70 किमी दूर सलकनपुर स्थित यह मंदिर बीजासन देवी का पवित्र सिद्धपीठ है। नवरात्रि में यहां बड़ा मेला लगता है। बुदनी स्टेशन से 15 किमी दूर है। बस और टैक्सी से भी पहुंच सकते हैं। - सरु मरू की गुफाएं (Saru Maru Caves)
सीहोर जिले के पान गुराड़िया के पास प्राचीन मठ और बौद्ध गुफाएं हैं। सांची से 120 किमी दूर स्थित इस जगह पर स्तूप और गुफाएं हैं। मुख्य गुफा में अशोक के दो शिलालेख भी हैं। एक शिलालेख में अशोक के पुत्र महेंद्र की यात्रा का उल्लेख है।
प्रमुख व्यंजन
- कचौरी: कचौरी सीहोर ही नहीं पूरे मालवा का लोकप्रिय व्यंजन है। इसे कचौड़ी, कचुरी और गुलगुले भी कहते हैं।
- दाल बाटी: दाल बाटी सीहोर का पसंदीदा व्यंजन है। तुवर-मूंग दाल और गेहूं के आटे से बनी बाटी एमपी के अन्य हिस्सों में भी लोकप्रिय है।
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सीहोर में प्रमुख उत्पादन
- बासमती चावल: बुदनी क्षेत्र में बासमती चावल की खेती 16532 हेक्टेयर में होती है। हर साल 57862 टन इसका उत्पादन होता है।
- सोयाबीन: सोयाबीन सीहोर जिले की मुख्य फसल है। यह 275161 हेक्टेयर क्षेत्र में बोई जाती है। इसका वार्षिक उत्पादन 338448 में टन है।
- शरबती गेहूं: शरबती गेहूं सीहोर में अधिक मात्रा में उत्पादन की जाती है । इसका रंग सुनहरा होता है इसका स्वाद मीठा होता है इसलिए इसका नाम शरबती है। सीहोर जिले में शरबती गेहूं 40390 हेक्टेयर क्षेत्र में बोया जाता है और वार्षिक उत्पादन 109053 एमटन है।
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सीहाेर जिले से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य
सीहोर की कुल आबादी | 10,62,870 |
सीहोर में पुरुष आबादी | 6,27,589 |
सीहोर में महिला आबादी | 6,83,743 |
सीहोर जिले का क्षेत्रफल | 6578 वर्ग किमी |
सीहोर की प्रमुख बोली | हिन्दी, मालवी |
सीहोर जिले की प्रमुख इंडस्ट्री
वर्धमान फेबरिक,अभिषेक इंडस्ट्रीज लिमिटेड,मालवा कॉन्सराइट उदयोग प्राइवेट लिमिटेड,ट्रैक्टर प्रशिक्षण केंद्र,सहकारी पशु फ़ीड फैक्टरी,मिल्क चिलिंग सेंटर,मिडलैंड इंडस्ट्रीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड