MP News: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक बेहद दर्दनाक हादसा हुआ। शनिवार सुबह, कोलारस थाना क्षेत्र के निवोदा गांव में खेलते-खेलते गड्ढे में नहाने गए तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गई। यह हादसा इतना अचानक हुआ कि परिवारों को कुछ समझने का समय भी नहीं मिला।
खेलते वक्त हुआ हादसा
गांव के बंजारा समाज के तीन मासूम बच्चे – नीरज, संजय, और रवि, जो 8 से 10 साल की उम्र के थे, अपने घर के बाहर खेल रहे थे। खेलते-खेलते वे नहाने के लिए पास के गड्ढे में चले गए, जिसमें बारिश का पानी भरा हुआ था। खेलते-खेलते तीनों बच्चे गहराई में चले गए और डूबने लगे। वहां मौजूद अन्य बच्चों ने जब यह देखा तो दौड़कर गांव में सूचना दी। परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे और बच्चों को गड्ढे से बाहर निकाला।
निजी अस्पताल में किया भर्ती, नहीं बची जान
परिजन बच्चों को ट्रैक्टर से लेकर शिवपुरी के एक निजी अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह खबर सुनते ही परिवारों में मातम छा गया। मृत बच्चों में नीरज, जो छह बहनों में इकलौता भाई था, उसकी मौत से उसके परिवार में गहरा शोक फैल गया है।
पोस्टमॉर्टम को लेकर असमंजस
घटना के बाद, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिवारों को पोस्टमॉर्टम कराने के लिए समझाने की कोशिश की। लेकिन परिजन इसके लिए राजी नहीं हुए। बाद में शिवपुरी के कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने स्वयं मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और परिवार से बात की, लेकिन वे पोस्टमॉर्टम कराने पर सहमति नहीं दे सके। अंततः डॉक्टर विवेक शर्मा ने मौके पर पहुंचकर बच्चों की औपचारिक ऑटोप्सी रिपोर्ट तैयार की।
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मिट्टी निकालने के लिए खोदा गया था गड्ढा
बता दें, यह गड्ढा, जिसमें बच्चों की डूबने से मौत हुई, अवैध रूप से लाल मिट्टी निकालने के लिए खोदा गया था। बंजारा समाज के लोग इस मिट्टी को निकालकर उसे बेचते हैं। बारिश के दौरान इसमें पानी भर गया था, जो बच्चों की मौत का कारण बना।