Shivpuri News: शिवपुरी में बवाल हो गया। मंगलवार (15 अक्टूबर) की दोपहर को वनभूमि से कब्जा हटाने पहुंची वन विभाग की टीम से आदिवासियों की झड़प हो गई। गुस्साए आदिवासियों ने वन विभाग के कर्मचारियों के साथ हाथापाई की तो टीम ने लाठियां भांजी। आदिवासियों ने टीम पर पथराव कर दिया। वनकर्मी और आदिवासियों में हुई झड़प के वीडियो सामने आए हैं। वन विभाग और आदिवासियों ने एक दूसरे की शिकायत कोलारस थाने में दर्ज कराई है।
जानें पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, कोलारस के सनवारा बीट क्षेत्र में मोरई गांव है। यहां वनभूमि पर वर्षों से कई आदिवासी परिवार झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं।मंगलवार को वन विभाग का उड़नदस्ता, कोलारस थाना पुलिस बल को लेकर मोरई गांव में रहने वाले आदिवासी परिवारों को हटाने पहुंचा था। तभी आदिवासियों और वन विभाग की टीम के बीच झड़प हो गई। वन विभाग की टीम ने लाठियां भांजी तो आदिवासियों ने पथराव कर दिया। कार्यवाहक वनपाल गिरीश नामदेव वर्दी फट गई। बीट गार्ड रामचरण केवट और दिनेश सहरिया घायल हुए हैं।
आदिवासियों ने पुलिस से की शिकायत
मोरई के आदिवासियों ने मंगलवार शाम को कोलारस थाने में मारपीट की शिकायत दर्ज कराई है। आदिवासी महिलाओं का कहना है कि वनकर्मियों और पुलिसकर्मियों ने मिलकर महिलाओं और बच्चों के साथ मारपीट की है। आदिवासियों ने पुलिस से कहा कि सभी परिवार जगह खाली करने के लिए तैयार थे, लेकिन उन्होंने झोपड़ी हटाने के लिए थोड़ा समय मांगा था। इसके बावजूद, वनकर्मी झोपड़ी को तोड़ने पर अड़े हुए थे।
महिला को बाल पकड़कर पीटा
आदिवासी महिला ने पुलिस बताया कि वन विभाग के बड़े बाबू को झोपड़ी तोड़ने के लिए मना किया तो उन्होंने बाल पकड़कर लात मार दी। महिला का एक हाथ टूट गया। इसके बाद वनकर्मियों ने लाठियों से हमला बोल दिया। सभी आदिवासी परिवारों के साथ बेरहमी से मारपीट की गई। इतना ही नहीं उन्होंने बच्चों को भी लाठियां मारी। वन विभाग की टीम ने आदिवासियों पर पथराव और अभद्रता करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।