शिवपुरी: माधव नेशनल पार्क में अब जल्द ही सैलानी टाइगर देख सकेंगे। वाइल्ड लाइफ ने पार्क में टाइगर जोन बनाने की मंजूरी दे दी है। जिस जगह टाइगर ने अपना आशियाना बनाया, उसे टाइगर जोन वाइल्ड लाइफ ने घोषित कर दिया गया। तीन हजार हेक्टेयर में विचरण करने के साथ अपना ठिकाना बनाए हुए टाइगरों को देखने के लिए सैलानियों को टाइगर जोन एरिया में ले जाया जाएगा।  इस दौरान वहां तक के रास्ते आदि बनाने में लगभग एक माह का समय लगेगा, यानि नए साल में सैलानियों को यह सौगात मिल जाएगी।

तीन हजार हैक्टेयर में बनाई टेरेटरी 

शिवपुरी के नेशनल पार्क में टाइगरों ने जो अपनी टेरेटरी बनाई है, वो भी लगभग 3 हजार हैक्टेयर है। अपने इस एरिया में टाइगर अपना अधिकांश समय गुजारता है तथा इतने एरिया में ही वह न केवल घूमता है बल्कि उसी एरिया की गुफाओं में उन्होंने अपना ठिकाना बनाया है। चूंकि जब वहां तक सडक़ आदि बन जाएंगी तो फिर सैलानियों को वह आसानी से नजर आ जाएगा।

अभी टूरिज्म रूट में शामिल नहीं है वह जगह 

माधव नेशनल पार्क के खुले जंगल में छोड़े गए टाइगरों ने पूरा जंगल घूमने के बाद अपने अपना ठिकाना बनाने के लिए जंगल का वह हिस्सा ढूंढा है, जहां पर सैलानियों की आवाजाही पहले होती नहीं थी। यानि बियावान एवं ऊबड़ खाबड़ रास्तों वाले जंगल में टाइगरों ने अपनी बसाहट की है और अब वहां तक सैलानियों को ले जाने के लिए रास्ते आदि भी पार्क प्रबंधन को बनाना है।

टाइगर जोन में होगी यह व्यवस्थाएं 

माधव नेशनल पार्क में जो टाइगर जोन बनाया गया, उसमें प्रवेश द्वार के पास ही टिकट काउंटर बनाया जाएगा। साथ ही उस एरिया में सैलानियों के आसानी से पहुंचने तक के रास्ते बनाने के साथ ही वहां पर तैनात होने वाले स्टाफ, गाइड व वाहन चालकों को भी ट्रेङ्क्षनग दी जाएगी। जोन एरिया में कुछ नालों की क्रॉङ्क्षसग भी बनाई जानी है। इसमें लगभग एक माह का समय लगेगा। 

राशि मिलने का इंतजार

माधव नेशनल पार्क में घोषित हुए टाइगर जोन की सडक़े बनवाने, रास्ते मे निकले नालों की क्रॉङ्क्षसग सहित टिकट काउंटर आदि बनवाने के लिए माधव नेशनल पार्क प्रबंधन को राशि आने का इंतजार है।   

बोले सीसीएफ: परमीशन आ गई

सीसीएफ के सह परियोजना अधिकारी उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि नेशनल पार्क में टाइगरों की बसाहट वाले लगभग 3 हजार हेक्टेयर को टाइगर जोन की परमीशन एक सप्ताह पूर्व आ गई। उसमें होने वाले कामों के लिए राशि का इंतजार है। नए वर्ष तक सैलानियों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। जल्द उसमें होने वाले काम शुरू करेंगे।