Geo Science Museum: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मध्य प्रदेश को बड़ी सौगात दी है। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने रविवार (15 दिसंबर) को ग्वालियर में देश के पहले जियो साइंस म्यूजियम (भू-विज्ञान संग्रहालय) का उद्घाटन किया। साथ ही जीवाजी राव सिंधिया की मूर्ति का भी अनावरण किया। कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि जीवाजी राव ने आजादी के बाद जनता की सेवा, शिक्षा के लिए अविस्मरणीय काम किया। महाराज जीवाजी राव जानते थे कि शिक्षा समानता लाती है, शिक्षा जागरूकता लाती है, शिक्षा से ही लोकतंत्र और संविधान है।
दुनिया सिंधिया परिवार की सेवा का लोहा मानती है
उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि महाराज में जनता की सेवा के लिए हमेशा ऊर्जा रहती थी। आज ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उनके नक्शे कदम पर चल रहे हैं। सिंधिया के पास भविष्य के लिए विजन है, आज भविष्य के लिए ठोस विजन की जरूरत भी है। आज संसद में माधव की ज्योति ( ज्योतिरादित्य) को अनुभव कर रहा हूं। दुनिया आज सिंधिया परिवार की सेवा और परंपरा का लोहा मानती है।
उपराष्ट्रपति ने म्यूजियम को सराहा
उप महाराज बाड़ा पर हैरीटेज बिल्डिंग विक्टोरिया मार्केट में स्थापित अत्याधुनिक जियो साइंस म्यूजियम के उद्घाटन अवसर पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मंत्री तुलसी सिलावट सहित कई दिग्गज नेता और अधिकारी मौजूद रहे।उपराष्ट्रपति ने सभी अतिथियों के साथ म्यूजियम की विभिन्न गैलरियों में दर्शाए गए भू-विज्ञान से संबंधित चित्रों, कलाकृतियों, जानकारियों को देखा और म्यूजियम की सराहना की।
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ग्वालियर के लिए ऐतिहासिक दिन
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि ग्वालियर के लिए आज ऐतिहासिक दिन है। आज जियो साइंस म्यूजियम का उद्घाटन और श्रीमंत जीवाजी राव जी की प्रतिमा का अनावरण हुआ है। जीवाजी महाराज सिंधिया परिवार के गौरव को आगे बढ़ाया। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि शिक्षा जगत के लिए सिंधिया परिवार ने सेवा का काम किया है। मेरे दादा जीवाजी राव ने लोक शिक्षा के लिए 60 साल पहले जीवाजी विश्वविद्यालय स्थापित करवाया था। जीवाजी विश्वविद्यालय आज दुनियाभर में प्रसिद्ध संस्थान बन गया है।
पहली गैलरी: म्यूजियम में पृथ्वी के विकास को दर्शाया
जियो साइंस म्यूजियम में दो गैलरियों के माध्यम से भू-विज्ञान के बारे में लाइट इफेक्ट के साथ आकर्षक ढंग से जानकारी संजोई गई है। एक गैलरी में पृथ्वी के विकास को दर्शाया गया है, जिसमें उल्लेख है कि पृथ्वी अपने मूल स्वरूप में किस प्रकार आई और कौन-कौन सी चीजों से मिलकर पृथ्वी बनी है। वर्तमान में जो पृथ्वी है, असल में वह कैसी दिखती है। पृथ्वी के भीतर लावा किस तरह से तैयार होता है और ज्वालामुखी फूटने से किस तरह पर्वतों का निर्माण होता है। यह सब जानकारियां बखूबी ढंग से संग्रहालय में दर्शायी गई हैं।
दूसरी गैलरी: मानव जाति और सभ्यता को किया प्रदर्शित
जियो साइंस म्यूजियम की दूसरी गैलरी में मानव जाति और मानव सभ्यता के विकास को बड़े बखूबी ढंग से प्रदर्शित किया है। इसमें यह भी दर्शाया गया है कि धरती पर डायनासोर की उत्पत्ति और विलुप्ति हुई। साथ ही मानव की उत्पत्ति कैसे हुई और कैसे उसका जीवनक्रम आगे बढ़ा। मानव सभ्यता की जीवन शैली में आए बदलाव का यह वर्णन भी दर्शनीय है।