Rajasthan Diwas 2024: राजस्थान की 78.23 मिलियन आबादी आज प्रदेश का 75वां स्थापना दिवस मना रही है। राजस्थान की स्थपना 1949 में 30 मार्च के दिन 19 रियासतों और 3 ठिकाने को मिलाकर की गई थी। तत्कालीन गृहमंत्री सरदार पटेल मारवाड़ की इन 22 रियासतों के एकीकरण का काम 7 चरणों में पूरा किया था। इसमें तकरीबन साढ़े आठ साल का समय लगा था। पहले यह इलाका राजपूताना के नाम से ख्यात था, लेकिन नवप्रदेश गठन के बाद राजस्थान नाम दिया गया।
राजस्थान आबादी में 8वें नंबर है, लेकिन क्षेत्रफल के लिहाज से भारत का सबसे बड़ा राज्य है। 2011 की जनगणना के मुताबिक, राजस्थान की आबादी 6,86,21,012 थी। आधार सांख्यिकी के अनुसार, 2022-2023 में यह आंकड़ा 7,82,30,816 हो गया है। यानी राजस्थान की वर्तमान आबादी 78.23 मिलियन के करीब है। भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 10.4 प्रतिशत यानी 342,239 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल राजस्थान में स्थित है। 2011 की जनगणना के अनुसार जनसंख्या के मामले में राजस्थान सातवां सबसे बड़ा राज्य है।
राजस्थान की खासियत
- भारत के प्रथम गृहमंत्री सरदार पटेल ने 30 मार्च 1949 को जयपुर के सिटी पैलेस में समारोह पूर्वक ग्रेटर राजस्थान का उद्घाटन किया था। हालांकि, इसका औपचारिक ऐलान उन्होंने 14 जनवरी, 1949 को उदयपुर में ही कर दिया था।
- भारत की आजादी के बाद अजमेर-मेरवाड़ा रियासत तो स्वत: ही भारत का हिस्सा बन गईं, क्योंकि ब्रिटिश सरकार के आधीन थी, लेकिन अन्य राजघराने पशोपेश में थे। कोई पाकिस्तान के बहकावे में था तो कोई अलग राज्य चाहता था।
- सरदार पटेल ने पहले चरण में 18 मार्च, 1948 को अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली रियासतों का भारत में विलय कराया। इसके बाद 25 मार्च, 1948 को बूंदी, कोटा, झालवाड़, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, किशनगढ़ टोंक, कुशलगढ़ और शाहपुरा रियासतों का भी विलय हुआ। इसे राजस्थान संघ कहा गया। 18 अप्रैल को उदयपुर रियासत के विलय के साथ संयुक्त राजस्थान बना।
- चौथे चरण में 30 मार्च 1949 को जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, जैसलमेर भी भारत में विलय को तैयार हो गए। जिसके बाद वृहत्तर राजस्थान संघ बनाकर जयपुर के महाराजा सवाई मानसिंह को इसका प्रमुख बनाया गया।
- 15 मई 1949 को वृहद राजस्थान और मत्स्य संघ को मिलाकर संयुक्त वृहद राजस्थान बनाया। इसके बाद 26 जनवरी 1950 को सिरोही और 1 नवंबर 1956 को आबू और देलवाड़ा रियासत को मिलाकर राजस्थान को सबसे बड़ा स्टेट बनाया।
- राजस्थान अपने समृद्ध इतिहास और पर्यटन स्थलों के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यहां के रजवाड़े-हवेलियां और रेगिस्तान टूरिस्ट बेहद खास है। गुलाबी, नीले और सुनहरे रंग से सजे राजस्थान के किले और शहर दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। गत वर्ष अकेले उदयपुर में 20 लाख से अधिक टूरिस्ट पहुंचे हैं।
- राजस्थान क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य है। जबकि, गुजरात सीमा से लगा जैसलमेर राजस्थान का सबसे बड़ा और भारत का तीसरा बड़ा जिला है।
- राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश और गुजरात की सीमाओं से लगा है। इसकी एक सीमा पाकिस्तान बार्डर को टच करती है।
- राजस्थान के पोखरण में भारत का पहला परमाणु परीक्षण सन 1974 में हुआ था। बाद में इस पर बॉलीवुड फिल्म भी बनाई जा चुकी है।
- राजस्थान को मरू प्रदेश भी कहते हैं। राजस्थान देश के उन 5 शीर्ष राज्यों में से एक है, जहां सर्वाधिक झीले हैं। राजस्थान की पारंपरिक हस्तशिल्प कला और विशिष्ट डिजाइन वाले आभूषण खास चर्चित हैं। नीले मिट्टी से बनी कलाकृतियों को ब्लू पॉटरी के नाम से भी जानते हैं।
- सिरोही जिले के माउंट आबू हिल स्टेशन में अरावली की सबसे ऊंची चोटी गुरू शिखर स्थित है। 1722 मीटर उंचाई पर स्थित इस चोटी पर गुरू दत्तात्रय का प्राचीन मंदिर है।
- भगवान ब्रह्मा का एकमात्र मंदिर राजस्थान के पुष्कर में है। इसका निर्माण 14वीं शताब्दी में कराया गया था। पास में पवित्र पुष्कर झील भी है।
- पाली में ओम बन्ना का मंदिर बिल्कुल अलग है। यहां भगवान की मूर्ति नहीं, बल्कि मोटरसाइकिल की पूजा होती है। यह बाइक ओम सिंह राठौर की है, जिनका सड़क दुर्घटना में निधन हो गया था।
- जैसलमेर से 120 किमी दूर तनोट देवी का मंदिर है। इन्हें थार की वैष्णों देवी और भाटी शासकों की कुल देवी कहते हैं। वर्तमान में सेना तथा बीएसएफ के जवान पूजा करते हैं।
- श्रीगंगानगर जिले की अनूपगढ तहसील में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बसे बिन्जौर गांव में लैला मजनूं की मज़ार है। मान्यता है कि पाकिस्तान से महज़ 2 किमी दूर स्थित इस मजार में ही प्यार में विफल लैला-मजनूं ने जान दी थी।