Rajasthan: राजस्थान की राजधानी जयपुर के रहने वाले जवान कमांडो महेन्द्र सिंह (34) शहीद हो गए। महेन्द्र सिंह मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही नीलकमल बोट, नेवी के जहाज से टकराकर डूब गई, जिसमें नेवी के 4 जवान और 9 सिविलियन लोगों की जान चली गई। शहीद महेन्द्र सिंह जयपुर में रेनवाल के जूनसिया गांव के रहने वाले थे। शुक्रवार को उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा।

जानकारी के अनुसार शहीद कमांडो महेन्द्र सिंह (34) पुत्र विजय सिंह का पार्थिव शरीर को गुरुवार की दोपहर जयपुर लाया जाएगा। जहां से उनके पैतृक गांव रेनवाल के जूनसिया ले जाया जाएगा। गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। बता दें, कमांडो महेन्द्र सिंह दो महीने बाद नेवी से रिटायर होने वाले थे।

कमांडो महेंद्र सिंह समेत 13 लोगों की गई जान
रेनवाल तहसीलदार कोमल यादव ने बताया कि शहीद कमांडो महेन्द्र सिंह नेवी में मार्कोस कमांडो के पद पर तैनात थे। बुधवार को महाराष्ट्र के मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जाते समय उनकी नीलकमल बोट, नेवी के जहाज से टकरा गई। जिसकी वजह से उनकी बोट समुद्र में समा गई। इस हादसे में कमांडो महेंद्र सिंह समेत 13 लोगों की जान चली गई।

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महेंद्र सिंह धोनी को भी दे चुके हैं ट्रेनिंग
जानकारी के अनुसार शहीद कमांडो महेंद्र सिंह भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को भी गन चलाने की ट्रेनिंग दे चुके हैं। उनके शहीद होने की जानकारी मिलते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ पड़ी।

13 लोगों की गई जान
नौसेना ने X पर एक पोस्ट कर बताया कि जहाज का इंजन ट्रायल पर था। इस दौरान कैप्टन का उससे नियंत्रण खो गया और जहाज नीलकमल बोट से टकरा गया। हालांकि जानकारी सूचना मिलते ही रेस्क्यू का पूरा प्रयास किया गया फिर भी 13 लोगों की जान चली गई। जिसमें राजस्थान के महेन्द्र सिंह भी शहीद हो गए।