Leopard And Human Fight: नील गाय का ​शिकार करने के बाद झाड़ियों में छुपे तेंदुआ ने एक शख्स पर हमला बोल दिया। शख्स भी तेंदुआ से भिड़ गया। दोनों के बीच करीब पांच मिनट तक युद्ध छिड़ा रहा। शख्स ने लेपर्ड को दबोच लिया और उसके ऊपर बैठ गया। लेपर्ड की गर्दन को बुरी तरह दबोच रखे। तेंदुआ भी मौका देखकर उस पर हमला करता रहा। दोनों को लड़ते देख गांव वाले वहां पहुंचे और लेपर्ड को रस्सी से बांध दिया। इसके बाद वन विभाग की टीम पहुंची और तेंदुआ को रेस्क्यू किया। तेंदुआ के हमले से शख्स बुरी तरह घायल हो गया। घायल शख्स को लोगों ने अस्पताल में भर्ती करवाया है। घटना डूंगरपुर के भादर वन क्षेत्र के गड़िया भादर मेतवाला गांव की है।

तेंदुआ को जंगल भगाने का प्रयास कर रहे थे लोग
जानकारी के मुताबिक, रविवार सुबह सवा 6 बजे गांव के मेघ तालाब के पास ग्रामीणों को एक लेपर्ड दिखाई दिया। तेंदुआ नील गाय का शिकार करने के बाद झाड़ियों के बीच उसे खा रहा था। इसी बीच गांव के लोग वहां पहुंचे। गुणवंत कलाल नाम का शख्स भी वहां मौजूद था। लोग झाड़ियों में छुपे लेपर्ड को जंगल की तरफ भगाने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान लेपर्ड लोगों की ओर दौड़ा। दौड़ते समय तेंदुआ ने कलाल पर अटैक कर दिया। लेपर्ड ने गुणवंत के एक पैर को जबड़े में दबोच लिया। हमला होते ही दूसरे लोग दूर भाग गए। दोनों के बीच काफी देर तक युद्ध छिड़ा रहा। कलाल ने तेंदुआ की गर्दन बुरी तरह दबोच ली। तभी लोगों ने उसे रस्सी से बांध लिया। 

लोगों ने हिम्मत दिखाई और तेंदुआ को रस्सियों से बांधा 
लोगों ने बताया कि गुणवंत ने खुद को बचाने के लिए दूसरा पैर लेपर्ड के जबड़े पर मारा। लेकिन तेंदुआ ने खुद को बचाते हुए फिर से गुणवंत पर अटैक किया। गुणवंत ने बचाव करते हुए तेंदुआ के जबड़े को पकड़ लिया और उसके ऊपर बैठ गया। इसके बाद करीब 5 मिनट तक दोनों के बीच संघर्ष चलता रहा। दूर खड़े लोगों ने फिर हिम्मत दिखाई और रस्सियों से लेपर्ड को बांध दिया। काफी मशक्कत के बाद लेपर्ड को पकड़ पाए। लेपर्ड के हमले से गुणवंत के पैर में काफी चोट आई है। उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग को गांव में सुरक्षा के इंतजाम करने चाहिए।