UP Politics: कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव अजय कपूर ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा जॉइन कर ली। अजय कपूर कानपुर से 3 बार के विधायक रहे हैं। मंगलवार को उन्होंने 36 साल कांग्रेस पार्टी में रहने के बाद इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने भाजपा ऑफिस दिल्ली में विनोद तावड़े और अनिल बलूनी की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।

अजय कपूर के भाजपा में शामिल होने से कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। अजय का कानपुर की राजनीति में अच्छा खासा वर्चस्व है। वे कानपुर के गोविंदनगर और किदवई नगर सीट से 3 बार के विधायक रहे हैं। कांग्रेस में राष्ट्रीय सचिव के पद पर संभाल रहे थे। अजय कपूर गांधी परिवार में राहुल और प्रियंका गांधी के करीबी माने जाते हैं। भारत जोड़ो न्याय यात्रा में कानपुर पहुंचने के दौरान अजय कपूर, राहुल गांधी के साथ ही मौजूद रहे। माना जा रहा है कि अजय कपूर के आने से कांग्रेस का बड़ा वोट बैंक पार्टी के साथ आ सकता है।

मीडिया से बात के दौरान बताया
भाजपा में शामिल होने के बाद अजय कपूर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, देश के लिए काम करना बीजेपी में ही संभव है। कांग्रेस से हमारा नाता 36 सालों का रहा। आज यह रिश्ता खत्म कर भाजपा में शामिल हो गया हूं। 

राजनाथ सिंह से कई बार कर चुके हैं मुलाकात
अजय कपूर भाजपा ज्वाइन करने से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से दिल्ली में कई बार मुलाकात कर चुके थे। राजनाथ सिंह ने अजय कपूर को पार्टी में आने के लिए समझाया। हालांकि कानपुर सीट पर अभी तक भाजपा ने अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। माना जा रहा कि भाजपा उन्हें कानपुर से लोकसभा का उम्मीदवार बना सकती है।

3 बार विधायक रहे अजय कपूर
अजय कपूर साल 2002 से 2017 तक विधायक रहे। इस दौरान वे तीन बार विधायक बने। 2022 विधानसभा चुनाव में नामांकन में दर्ज उनकी कुल संपत्ति 69 करोड़ है। कानपुर की राजनीति में अच्छा खासा वर्चस्व रखते हैं। इनके भाजपा में शामिल होने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है।