Budaun Double Murder Case FIR Copy: उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो बच्चों की दिल दहला देने वाली हत्या से लोग गम और गुस्से में हैं। मृतक आयुष और अहान के पिता विनोद की तहरीर पर पुलिस ने एफआईआर लिख ली है। एफआईआर में पूरे घटना का जिक्र है।
जब साजिद और जावेद दोनों बच्चों की हत्या कर सीढ़ियों से नीचे उतर रहे थे तो उनके हाथ खून से सनी हुई छूरी थी। उन्होंने बच्चों की मां को देखते हुए कहा कि आज मैंने अपना काम पूरा कर दिया है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर साजिद और जावेद के मन में क्या था? उन्होंने क्यों बच्चों को इतनी क्रूर मौत दी? फिलहाल, इन सभी सवालों के जवाब पुलिस तलाश रही है।
पढ़िए डबल मर्डर की FIR...
मैं विनोद कुमार, सिविल लाइन का रहने वाला हूं। तारीख 19 मार्च 2024, दिन मंगलवार, वक्त शाम करीब पौने सात बजे। हमारे घर के सामने सैलून की दुकान करने वाला नाई साजिद पुत्र बावू अपने भाई जावेद के साथ आया। दोनों बाइक से घर आए थे। साजिद बाइक से उतरा और सीधे मेरे घर में दाखिल हो गया। उस वक्त घर पर मेरी पत्नी संगीता देवी, मां मुन्नी देवी और तीन छोटे बच्चे- आयुष (13 साल), पीयूष (09 साल) और अहान प्रताप (6 साल) मौजूद थे।
साजिद ने मेरी पत्नी संगीता से कहा कि उसकी पत्नी की डिलीवरी होनी है। रात 11 बजे का वक्त डॉक्टरों ने दिया है। तब तक साजिद का भाई जावेद बाइक के पास बाहर खड़ा था। साजिद ने पत्नी से इलाज के नाम पर 5 हजार रुपए मांगे। संगीता पैसा लाने के लिए कमरे में चली गई। जबकि बीच वाले बच्चे पीयूष को गुटखा लाने के लिए भेज दिया। तभी साजिद ने आवाज लगाकर कहा कि उसकी तबियत ठीक नहीं लग रही है। वह छत पर टहलने के लिए चला गया। अपने साथ पीयूष को भी ले गया। जबकि आयुष से पानी लाने के लिए कहा। इसके बाद उसने अपने भाई जावेद को घर के भीतर बुला लिया।
छत पर मेरा बेटा आयुष और अहान थे। उनके साथ साजिद और जावेद भी था। जब संगीता पैसे का इंतजाम कर कमरे बाहर आई तो साजिद और जावेद सीढ़ियों से नीचे उतर रहे थे। उनके हाथ में खून से सनी हुई छूरी हुई थी। पत्नी को देखते हुए उन्होंने कहा कि आज उन्होंने अपना काम पूरा कर दिया है।
साजिद और जावेद के हाथ में छूरी देखकर संगीता घबरा गई। उसने चीख पुकार मचाई तो आसपास के लोग दौड़े। लोगों ने साजिद और जावेद को पकड़ने की कोशिश की। जावेद फरार हो गया। वहीं, साजिद का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया। पत्नी छत के ऊपर गई तो वहां दोनों बच्चे खून से लथपथ पड़े थे। उनकी मौत हो चुकी थी। वहीं पीयूष भी घायल होकर बाहर से लौटा। जावेद ने पीयूष को भी मारने का प्लान बनाया था। उसने उस पर हमला किया। लेकिन पीयूष धक्का देकर भाग निकला। लेकिन उसके हाथ में चोट लगी। साजिद और जावेद से मेरी कोई दुश्मनी नहीं थी। मुझे नहीं पता कि इन दोनों ने मेरे बच्चों की हत्या क्यों की?
साजिद का पिता और चाचा हिरासत में
एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि जिले में कानून व्यवस्था सामान्य है। पुलिस ने साजिद को पकड़ने की कोशिश की तो उसने फायर झोंक दिया। जवाबी फायरिंग में वह ढेर हो गया। फरार जावेद की तलाश में पुलिस टीमें जुटी हैं। पुलिस ने आरोपी साजिद के पिता और चाचा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।