India alliance Seat sharing formula: विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में सीटों को लेकर जारी विवाद सुलझने लगा है। पहली खबर उत्तर प्रदेश से आई है। यूपी के पूर्व CM अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट X पर पोस्ट कर सीट शेयरिंग समझौते की जानकारी साझा की है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश ने बताया कि यूपी में कांग्रेस 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अखिलेश यादव ने  X पर लिखी पोस्ट में बताया कि यूपी की 11 मज़बूत सीटों पर कांग्रेस के साथ हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है। यह सिलसिला जीत के समीकरण के साथ आगे भी बढ़ेगा। 

INDIA की टीम और PDA की रणनीति...
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव के लिए हुए समझौते की जानकारी शेयर करते हुए यह भी लिखा कि  INDIA की टीम और PDA की रणनीति इतिहास बदल देगी। इंडिया से उनका मतलब विपक्षी दलों के गठबंधन और पीडीए यानी पिछड़ा, दलित अल्पसंख्यक और आदिवासी पर फोकस किया है। समाजवादी पार्टी यूपी में पीडीए पखवाड़ा मना रही है। इधर, मीडिया रिपोर्टस की मानें तो अखिलेश यादव के फैसले से कांग्रेस  सहमत नहीं है। हालांकि, कांग्रेस के किसी नेता का इस पर आधिकारिक बयान नहीं आया।  सपा की तरफ से यह भी दावा किया गया कि शुरुआती तौर पर कांग्रेस को अभी 11 सीटें ऑफर की गई हैं, लेकिन जिताऊ उम्मीदवारों लेकर आती है तो सीटें बढ़ाई भी जा सकती हैं।  
अखिलेश यादव ने कुछ दिन पहले ही राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ अपनी फोटो शेयर कर RLD समझौते की जानकारी दी। अखिलेश यादव की मानें तो यूपी की 11 सीटों पर कांग्रेस और 7 सीटों पर RLD के प्रत्याशी उतारे जाएंगे। अन्य पार्टियों से भी बातचीत चल रही है। 17 जनवरी को दिल्ली में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस-सपा सहित गठबंधन के अन्य घटक दलों की बैठक हुई थी, लेकिन सहमति नहीं बन पाई थी। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने सपा के साथ एक और बैठक होने की बात कही थी।  
 

पिछले 10 साल में ऐसा रहा प्रदर्शन   

  • समाजवादी पार्टी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन बुरी हार हुई थी। 
  • 2019 का लोकसभा चुनाव उसने बहुजन समाजवादी पार्टी से मिलकर लड़ा। सपा ने 37 और बसपा ने 38 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन सपा  पांच और बसपा ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी। कांग्रेस ने यह चुनाव अकेले लड़ा था। 80 में से 67 सीटों पर प्रत्याशी उतारे, लेकिन रायबरेली से सोनिया गांधी ही जीत पाई थीं। राहुल भी अमेठी से हर गए थे। 
  • रामपुर और आजमगढ़ का उपचुनाव हारने के बाद सपा के पास तीन सांसद बचे हैं। 
  • 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 67 प्रत्याशी उतारे थे, दो जीते थे। बहुजन समाजवादी पार्टी 80 पर लड़ी, लेकिन एक सीट नहीं जीत पाई थी। जबकि, सपा के 75 में 5 प्रत्याशी जीते थे।