Mayawati on Akash Anand: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती ने सोमवार (3 मार्च 2025)  को अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से निष्कासित कर दिया। मायावती ने एक दिन पहले ही उन्हें बीएसपी के सभी प्रमुख पदों से हटाया था। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर इस कार्रवाई जानकारी देते हुए मायावती ने बताया कि आकाश बसपा विरोधी गतिविधियों में संलिप्त थे। 

  • मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा है कि बीएसपी की आल-इण्डिया की बैठक में कल (रविवार, 2 फरवरी) आकाश आनन्द को पार्टी हित से अधिक बसपा से निष्कासित अपने ससुर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में बने रहने के कारण नेशनल कोआर्डिनेटर सहित अन्य जिम्मेदारियों से मुक्त किया गया था।
  • मायावती ने लिखा- आकाश को कार्रवाई पर पश्चताप कर परिपक्वता दिखानी चाहिए थी, लेकिन जिस तरीक से उन्होंने लम्बी-चौड़ी प्रतिक्रिया दी है, वह राजनीतिक मैच्युरिटी नहीं बल्कि ससुर के प्रभाव वाला ज्यादातर स्वार्थी, अहंकारी और गैर-मिशनरी रवैया दिखता है। 
  • मायावती ने आगे लिखा-परमपूज्य बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान और स्वाभिमान के मूवमेन्ट हित में तथा मान्यवर कांशीराम जी की अनुशासन की परम्परा को निभाते हुए आकाश आनन्द को, उनके ससुर की तरह, पार्टी व मूवमेन्ट के हित में पार्टी से निष्कासित किया जाता है। पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं को भी ऐसी हरकतों से बचना चाहिए। 

यह भी पढ़ें: मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को नेशनल को-आर्डिनेटर पद से हटाया; इनका बढ़ा कद

पद से हटाए जाने पर आकाश आनंद ने दी थी प्रतिक्रिया  

  • आकाश आनंद ने सोमवार को बसपा के प्रमुख पदों से हटाए जाने के बाद कहा था कि वह पार्टी प्रमुख मायावती के हर फैसले का सम्मान करते हैं और उन्हें पत्थर की लकीर मानते हैं।
  • उन्होंने यह भी कहा था कि बहन जी का यह निर्णय मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से काफी भावनात्मक और चुनौतीपूर्ण है। मिशन के सच्चे कार्यकर्ता की तरह निष्ठा पूर्वक आखिरी सांस तक पार्टी हित और समाज के हक की लड़ाई लड़ता रहूंगा। 
  • कुछ विरोधी लोग सोचते हैं कि पार्टी के इस फैसले से मेरा राजनीतिक कॅरियर खत्म हो जाएगा, लेकिन उन्हें समझना चाहिए कि बहुजन मूवमेंट कोई कॅरियर नहीं, बल्कि करोड़ों दलित, शोषितों और गरीबों के आत्म सम्मान की लड़ाई है।