Lucknow uproar: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बवाल हो गया। रविवार (29 दिसंबर) को अवैध ठेलों पर कार्रवाई करने पहुंची नगर निगम टीम से लोगों का विवाद हो गया। टीम ने जैसे ही ठेलों को हटाना शुरू किया तो लोग भड़क गए और हमला बोल दिया। लोगों ने निगमकर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। पर्स और मोबाइल लूट ले गए। महिला सुपरवाइजर से भी मारपीट की। निगमकर्मियों ने भागकर जान बचाई।

निगम की टीम ने 50 झुग्गियां तोड़ीं 
बवाल की सूचना मिलते ही मेयर सुषमा खर्कवाल मौके पर पहुंचीं। मेयर ने कहा कि बांग्लादेशी नगर निगम के कर्मचारियों को पीटेंगे तो मेरे मेयर रहने का क्या मतलब? जेसीपी साहब इनके खिलाफ कार्रवाई करो, नहीं तो धरने पर बैठूंगी। भले ही मेरी सरकार है। मेयर ने लखनऊ कमिश्नर और DM को फोन करके मामले की जानकारी दी है। इसके बाद निगम की टीम ने 50 झुग्गियां तोड़ दीं। झुग्गियों में रहने वाले अपना सामान निकालकर गाड़ियों से ले गए। 

जानें पूरा मामला 
जानकारी के मुताबिक, नगर निगम टीम रविवार सुबह 7 बजे इंदिरा नगर जोन-7 में अवैध ठेलों के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंची थी। ठेलों को हटाते समय टीम का लोगों से विवाद हो गया। झगड़े के बाद 200 लोग जुट गए और टीम पर हमला कर दिया। महिला सुपरवाइजर का पर्स और मोबाइल लूट लिया। निगमकर्मियों ने भाग कर जान बचाई। मारपीट और बवाल की सूचना मिलते ही मेयर सुषमा खर्कवाल मौके पर पहुंचीं। मेयर ने लखनऊ कमिश्नर और DM को फोन करके मामले की जानकारी दी है। PAC भेजने के लिए भी कहा। इसके बाद निगम टीम ने 50 झुग्गियां तोड़ीं।  

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मारपीट करने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए 
महापौर सुषमा खर्कवाल ने पुलिस अधिकरियों के साथ स्थिति का जायजा लिया। महापौर ने नगर निगम कर्मचारियों और पुलिस अधिकारियों को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। महापौर ने कहा कि शहर में अवैध कारोबार और आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी। महापौर ने कहा कि कर्मचारियों के साथ मारपीट करने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।