UP Politics News: उत्तरप्रदेश में उपचुनाव को लेकर सियासी खलबली मची हुई है। भाजपा और सपा के नेता एक दूसरे पर हमलवार हैं। समाजवादी पार्टी ने CM योगी के नारे 'बंटेंगे तो कटेंगे' पर पलटवार किया है। लखनऊ में समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर बुधवार (30 अक्टूबर) को नया पोस्टर लगाया गया है। पोस्टर में अखिलेश को फिर से 2027 का सत्ताधीश बताया है। पोस्टर में लिखा है कि न बंटेंगे, न कटेंगे, पीडीए के संग रहेंगे। आखिलेश के पोस्टर को लेकर सियासी गलियारों में बड़ी हलचल मची है। सोशल मीडिया पर सपा की नई होर्डिंग जमकर वायरल हो रही है।

जानें, सपा दफ्तर पर किसने लगवाया पोस्टर 
महाराजगंज के समाजवादी पार्टी के नेता अमित चौबे की ओर से सपा दफ्तर के बाहर पोस्टर लगवाया गया है। पोस्टर में साफ शब्दों में अखिलेश यादव को 'सत्ताईस का सत्ताधीश' बताया है। बता दें कि अमित चौबे महाराजगंज जिले की फरेंदा सीट से चुनावी मैदान में उतरने की कोशिशों में जुटे हैं। इस पोस्टर के जरिए सीएम योगी को यह संदेश देने का प्रयास किया है कि राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में पीडीए गठबंधन एकजुट रहेगा। समाजवादी पार्टी को गठबंधन पूरा सपोर्ट करेगा। 

'रेलगाड़ी को झेल गाड़ी बना दिया'
इन सबके बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव कहां चुप बैठने वाले थे। अखिलेश यादव ने अपने X अकाउंट पर पोस्ट कर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने त्योहारी सीजन में ट्रेनों में हो रही भीड़ को लेकर लिखा कि रेलगाड़ी को 'झेल गाड़ी' में बदल दिया गया है।  अखिलेश ने लिखा की रेलवे टिकट की खिड़की, रेलवे की वेबसाइट, रेलवे स्टेशनों , प्लेटफॉर्म तक हर जगह लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है। यहां तक कि ट्रेन में घुसने के लिए और रिजर्वेशन टिकट होने के बावजूद बैठने के लिए परेशानियां झेलनी पड़ रही है। वहीं ट्रेन के अंदर लोगों को चोरी होने का डर झेलना पड़ रहा है।

CM योगी के बयान का जवाब देने की कोशिश
CM योगी के "अगर कटे तो बटेंगे" नारे का SP पोस्टर के जरिए जवाब देने की कोशिश की गई है। SP की ओर से यह संदेश दिया गया है कि PDA का वोट बैंक विभाजित नहीं होगा और पूरे समर्थन के साथ SP के पक्ष में रहेगा। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर रेलवे सेवाओं में व्याप्त समस्याओं पर BJP पर निशाना साधा है। उन्होंने इसे "झेल गाड़ी" करार देते हुए लोगों को रेलवे से जुड़ी समस्याओं को झेलने के लिए मजबूर बताया। 

निषाद पार्टी के पोस्टर से बढ़ी सियासी हलचल
निषाद पार्टी ने भी लखनऊ में कई स्थानों पर पोस्टर लगाए हैं, जिसमें लिखा है, "27 का नारा, निषाद है सहारा।" इस पोस्टर के जरिए निषाद पार्टी ने BJP को यह संदेश देने की कोशिश की है कि उनके बिना सत्ता में आना मुश्किल होगा। निषाद पार्टी का यह कदम BJP पर दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। पार्टी नेताओं का कहना है कि निषाद वोट बैंक के बिना BJP 2027 में सत्ता तक नहीं पहुंच सकती।