Maneka Gandhi on Varun Gandhi: पूर्व केंद्रीय मंत्री और सुल्तानपुर से भाजपा सांसद मेनिका गांधी ने बेटे वरुण गांधी का लोकसभा टिकट कटने के बाद पहली बार चुप्पी तोड़ी। सोमवार को मीडिया एजेंसी से चर्चा के दौरान उन्होंने वरुण को बेहतर सांसद बताया, लेकिन निर्दलीय चुनाव लड़ने से स्पष्ट इकनार किया। 
 

बगावत से किया इनकार 

  • मेनका गांधी ने वरुण का टिकट काटे जाने के पार्टी के फैसले पर स्पष्ट राय नहीं रखी, लेकिन बगावत की बात से इनकार किया है। कहा, वरुण बहुत अच्छे सांसद थे। जिन्दगी में आगे जो भी बनेंगे, देश के लिए अच्छा ही करेंगे। अलग चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा, हम ऐसे लोग नहीं हैं। 
  • मेनका गांधी ने कहा, तीन बार के सांसद वरुण को प्रत्याशी न बनाए जाने पर मुझे न कोई हैरानी है और न ही परेशानी। वरुण भविष्य में जो भी करेंगे, देशहित में ही करेंगे।
  • मेनका ने कहा, भाजपा एक कैडर आधारित पार्टी है। उसके फैसले से हर कोई सहमत रहता है। वरुण के दूसरी पार्टी जॉइन के सवाल पर कहा, उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता। 
     

पीलीभीत से छह बार सांसद रही मेनका 
मेनका गांधी पीलीभीत से छह बार सांसद रही हैं। 2009 और 2019 में यहां से वरुण गांधी सांसद निर्वाचित हुए। मेनका ने जब पीलीभीत छोड़ा तो उनके समर्थक खूब रोए थे। मेनका ने यह भी बताया कि वरुण गांधी ने पीलीभीत का बेहतर तरीके से ख्‍याल रखा है, मुझे उन पर गर्व है। 

भाजपा ने वरुण की जगह जितिन को उतारा 
भाजपा ने तीन बार के सांसद वरुण गांधी का टिकट काटकर उत्तर प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद को प्रत्याशी बनाया है। टिकट कटने के बाद वरुण गांधी ने संसदीय क्षेत्र की जनता को खुला पत्र लिखा है। जिसमें उहोंने बताया कि पीलीभीत से उनका रिश्ता आखिरी सांस तक रहेगा।