PM Modi Pilibhit Visit Update: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार, 9 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के पीलीभीत पहुंचे। यहां उन्होंने भाजपा उम्मीदवार पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद के लिए वोट मांगा। भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में वरुण गांधी का टिकट काटकर जितिन प्रसाद को दिया है। 2019 में वरुण ने पीलीभीत सीट से चुनाव जीता था। पीलीभीत में सिखों का खासा प्रभाव है। गन्ना बेल्ट होने के नाते यहां के किसान वोटर्स निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इसलिए पीएम मोदी ने न सिर्फ सिखों को बल्कि किसानों को अपने पाले में करने की पूरी कोशिश की।
लोगों को पर्व की दी शुभकामनाएं
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत लोगों को नवरात्रि, उगादी, गुड़ी-पड़वा, चेती-चांद, नवरेह और साजिबु-चेरोबा की शुभकामनाएं देकर की। पीएम मोदी ने कहा कि आज से चैत्र नवरात्रि भी शुरू हो गई है। देशभर में शक्ति उपासना की धूम मची है। हर कोई भक्ति में डूबा हुआ है, शक्ति उपासना में जुटा हुआ है। कुछ ही दिन में बैसाखी भी आने वाली है, मैं आपको बैसाखी की भी शुभकामनाएं देता हूं।
भारत के लिए कुछ असंभव नहीं
पीएम ने कहा कि भारत ने पूरी दुनिया को दिखाया है कि उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं है। एक समय ऐसा भी था जब कांग्रेस की सरकार दुनिया से मदद मांगती थीं। लेकिन कोरोना के महासंकट में भारत ने पूरी दुनिया में दवाइयां और वैक्सीन भेजी। दुनिया में कहीं भी युद्ध का संकट आया, हम एक-एक भारतीय को सुरक्षित वापस लाए। अफगानिस्तान से गुरु ग्रंथ साहिब के ग्रंथों को पूरी श्रद्धा से भारत लाए। ये सब आपके एक वोट की ताकत से हुआ है।
पीएम मोदी ने कहा कि जब नीयत सही होती है, हौसले बुलंद होते हैं, तो नतीजे भी सही मिलते हैं। आज हम चारों तरफ विकसित भारत का निर्माण होते हुए देख रहे हैं।
कई चीनी मिलें खुलीं है, कई का विस्तार हुआ
पीएम मोदी ने गन्ना किसानों का जिक्र कहते हुए कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस के 14 साल में जितने रुपये गन्ना किसानों को मिले थे, उससे ज्यादा रुपये योगी जी की सरकार यहां गन्ना किसानों को दे चुकी है। देश में इथेनॉल ब्लेंडिंग को लेकर जो बड़ा अभियान चल रहा है, उससे भी पीलीभीत के किसानों को बड़ा फायदा होने वाला है। भाजपा सरकार ने गन्ना किसानों की परेशानी को कम करने के लिए पूरी ताकत से काम किया है। कई चीनी मिलें खुलीं है, कई का विस्तार हुआ है और ये काम लगातार किया जा रहा है।
इंडी गठबंधन ने शक्ति को खत्म करने की सौगंध खाई
पीएम ने कहा कि पीलीभीत की धरती पर माता यशवंतरी देवी का आशीर्वाद है। यहां आदि गंगा मां गोमती का उद्गम स्थल है। आज नवरात्रि के पहले दिन मैं देश को ये भी याद दिला रहा हूं कि कैसे इंडी गठबंधन ने शक्ति को खत्म करने की सौगंध खाई है। आज देश में जिस शक्ति की पूजा हो रही है, उस शक्ति का कांग्रेस ने घोर अपमान किया है। जिस शक्ति के आगे हम शीश झुकाते हैं, उस शक्ति को उखाड़ फेंकने की बात ये कांग्रेस के नेता कर रहे हैं।
कल्याण सिंह को किया याद
प्रधानमंत्री ने पूर्व सीएम कल्याण सिंह को भी याद किया। उन्होंने कहा कि हमारे कल्याण सिंह जी ने राम मंदिर के लिए अपना जीवन और सरकार समर्पित कर दी। देश के हर परिवार ने अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुसार योगदान दिया। लेकिन इंडी गठबंधन वालों को राम मंदिर के निर्माण से पहले भी नफरत थी और आज भी नफरत है।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर न बने इसके लिए कांग्रेस ने लाख कोशिश की, लेकिन जब देश की जनता ने पाई-पाई देकर इतना भव्य मंदिर बना दिया और जब मंदिर वालों ने आपके सारे गुनाह माफ करके प्राण प्रतिष्ठा में आमंत्रित किया। लेकिन आपने (कांग्रेस) आमंत्रण को ठुकरा कर भगवान राम का अपमान किया और जो नेता प्राण प्रतिष्ठा में गए, उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया।
सिखों के साथ भाजपा खड़ी
तुष्टिकरण के दलदल में कांग्रेस इतना डूब गई है कि उससे कभी बाहर नहीं निकल सकती। कांग्रेस ने जो घोषणा पत्र बनाया है, वो कांग्रेस का नहीं, बल्कि मुस्लिम लीग का घोषणा पत्र लगता है। समाजवादी पार्टी आज जिस कांग्रेस के साथ खड़ी है, उस कांग्रेस ने 1984 में हमारे सिख साथियों के साथ क्या किया था, वो कोई भूल नहीं सकता। ये भाजपा है, जो सिखों के साथ पूरी शक्ति से खड़ी है, उनकी भावनाओं को समझते हुए काम करती है।
कांग्रेस और उसके इंडी गठबंधन को, देश की महान विभूतियों का अपमान करने में भी संकोच नहीं होता। कांग्रेस के या समाजवादी पार्टी के बड़े नेता आज तक कभी स्टैच्यू आफ यूनिटी पर नहीं गए है। ये लोग विदेश घूम आते हैं, लेकिन अपने ही देश में सरदार पटेल की प्रतिमा का दर्शन नहीं करते।
2024 चुनाव में ये दिग्गज मैदान में
भाजपा | जितिन प्रसाद |
सपा | भगवतसरन गंगवार |
बसपा | अनीस अहमद खान |
2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जितिन प्रसाद को टिकट दिया है। वहीं, बसपा ने अनीस अहमद खान को मैदान में उतारा है। सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन है। इसलिए यहां भगवतसरन गंगवार संयुक्त उम्मीदवार हैं।
पीलीभीत: अब तक के चुनाव में चुने गए सांसद
साल | सांसद | पार्टी |
1952 | मुकुंद लाल अग्रवाल | इंडियन नेशनल कांग्रेस |
1957 | मोहन स्वरूप | प्रजा सोशलिस्ट पार्टी |
1962 | मोहन स्वरूप | प्रजा सोशलिस्ट पार्टी |
1967 | मोहन स्वरूप | प्रजा सोशलिस्ट पार्टी |
1971 | मोहन स्वरूप | इंडियन नेशनल कांग्रेस |
1977 | मोहम्मद शमशुल हसन खान | जनता पार्टी |
1980 | हरीश कुमार गंगवार | इंडियन नेशनल कांग्रेस |
1984 | भानु प्रताप सिंह | इंडियन नेशनल कांग्रेस |
1989 | मेनका गांधी | जनता दल |
1991 | परशुराम गंगवार | भाजपा |
1996 | मेनका गांधी | जनता दल |
1998 | मेनका गांधी | निर्दलीय |
1999 | मेनका गांधी | निर्दलीय |
2004 | मेनका गांधी | भाजपा |
2009 | वरुण गांधी | भाजपा |
2014 | मेनका गांधी | भाजपा |
2019 | वरुण गांधी | भाजपा |