UP By-election 2024: उत्तर प्रदेश उपचुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर जारी विवाद सुलझ गया, लेकिन मध्यप्रदेश में सस्पेंस बरकरार है। कांग्रेस ने यूपी उपचुनाव में अपने प्रत्याशी न उतारने का फैसला किया है। यूपी कि सभी 9 सीटों पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी सपा के सिम्बल पर चुनाव लड़ेंगे। जबकि, सपा ने एमपी की बुधनी सीट पर प्रत्याशी घोषित कर दिया है। 

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बुधवार रात 11.11 बजे X पर पोस्ट कर यूपी की सभी 9 सीटों पर उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया है। बताया कि इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सपा के सिम्बल 'साइकिल' पर ही चुनाव लड़ेंगे।

UP उपचुनाव के लिए भाजपा के 7 और सपा के 5 प्रत्याशी घोषित 

विधानसभा क्षेत्र भाजपा प्रत्याशी सपा प्रत्याशी
गाजियाबाद सदर  संजीव शर्मा राज जाटव 
कुंदरकी  रामवीर सिंह ठाकुर   
खैर  सुरेंद्र दिलेर  डॉ चारू कैन 
फूलपुर  दीपक पटेल मुस्तफा सिद्दकी 
मझवां  सुचिस्मिता मौर्या  डॉ ज्योति बिंद 
करहल अनुजेश यादव  तेज प्रताप यादव
कटेहरी धर्मराज निषाद शोभावती वर्मा
सीसामऊ  सुरेश अवस्थी  नसीम सोलंकी 
मीरपुर  मिथलेश पाल   


राहुल गांधी से बातचीत के बाद ऐलान 
पार्टी सूत्रों की मानें तो अखिलेश ने यह ऐलान राहुल गांधी से फोन पर हुई बातचीत के बाद किया है। हालांकि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय इससे अनजान हैं। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि "बात सीट की नहीं, बल्कि जीत की है। यूपी की सभी 9 सीटों पर इंडी गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी 'साइकिल' निशान पर चुनाव लड़ेंगे। यह चुनाव संविधान और सौहार्द को बचाने का है।

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बीजेपी बोली-खंड खंड है इंडी गठबंधन 
सपा कांग्रेस के इस गठबंधन पर भाजपा ने प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, इंडी गठबंधन खंड-खंड हो गया है। सपा ने कांग्रेस पर धोबी पछाड़ दांव चला है। अखिलेश ने इस पर राहुल गांधी संग एक तस्वीर साझा कर लिखा कि हमने ठाना है, संविधान, आरक्षण और सौहार्द बचाना है। 

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MP और महाराष्ट्र में असर 
दरअसल, अखिलेश यादव ने यूपी की 9 में से 6 और मध्य प्रदेश की दो में एक सीट पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए उन्होंने 12 सीटें मांगी है। महाराष्ट्र में सपा के दो विधायक हैं, लेकिन एमपी में एक भी विधायक नहीं है। कांग्रेस ने यूपी में उम्मीदवार न उतारने के फैसले से सपा को साधने की कोशिश की है। ताकि, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में तकरार की स्थिति पैदा न हो। राहुल गांधी ने सपा को पूरा सहयोग देने का वादा किया है।