UP CM Tourism Fellowship: घूमने के शौकीन युवाओं के लिए यूपी सरकार ने एक फैलोशिप प्रोग्राम की घोषणा की है। यूपी सरकार के पर्यटन विभाग की ओर से "चीफ मिनिस्टर फेलोशिप प्रोग्राम" (Chief Minister Tourism Fellowship Program) शुरू किया गया है। इस प्रोग्राम के तहत योग्य उम्मीदवारों को 40 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जाएगा।

31 अगस्त तक करें आवेदन
इस प्रोग्राम के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2024 है। उम्मीदवार लास्ट डेट के पहले यूपी के पर्यटन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट cmtfp.uptourismportal.in पर जाकर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि आवेदन के लिए मान्यता प्राप्त संस्थानों या विश्वविद्यालयों से न्यूनतम 60 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक व उच्च शैक्षणिक योग्यता होनी चाहिए।

पात्रता एवं मापदंड
इस प्रोग्राम में आवेदन के लिए टूरिज्म एन्ड ट्रैवल मैनेजमेंट में बीबीए/बीए/एमए/एमफिल/पीएचडी करने वाले, हॉस्पिटैलिटी टूरिज्म एन्ड ट्रैवल में एमबीए, टूरिज्म एन्ड ट्रैवल में पीजी डिप्लोमा वाले अभ्यर्थी को प्राथमिकता दी जाएगी। उम्मीदवारों की आयु 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही हिन्दी (देवनागरी लिपि में लिखित) और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में प्रवीणता आवश्यक है।

चयन प्रक्रिया
प्रोग्राम में चयन प्रक्रिया चार चरणों में पूरी होगी। पहला चरण स्क्रीनिंग होगा, इस चरण के तहत अस्पष्ट आवेदनों को रद्द कर दिया जाएगा। दूसरे चरण के तहत आवेदनों का मूल्यांकन होगा। तीसरे चरण में वस्तुनिष्ठ स्कोरिंग शामिल है। चौथा चरण साक्षात्कार होगा।

ट्रेनिंग
मुख्यमंत्री पर्यटन फेलोशिप कार्यक्रम के अंतर्गत चयनित शोधकर्ताओं को लखनऊ स्थित माननीय कांशीराम पर्यटन प्रबंधन संस्थान में दो सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसमें एफएचआरएआई नई दिल्ली, आईटीटीएम नोएडा, आईएचएम लखनऊ, एफसीआई अलीगढ़, पुरातत्व संस्थान दिल्ली आदि जैसे संस्थानों के विशेषज्ञों के व्याख्यान शामिल होंगे।

फेलोशिप का उद्देश्य

  • इस प्रोग्राम के तहत चयनित शोधकर्ताओं को राज्य और केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के अवलोकन, निगरानी, पारिस्थितिक और समग्र विकास, मूल्यांकन का अवसर दिया जायेगा।
  • शोधकर्ताओं को भविष्य की जरूरतों को देखते हुए पर्यटन के लिए नीतियों के विकास में समान भागीदारी की गुंजाइश के साथ मेलों और त्योहारों के आयोजन की रूपरेखा तैयार करने और पर्यटन के क्षेत्र में राजस्व बढ़ाने का अवसर देना।
  • शोधकर्ताओं को मेले और त्योहारों के आयोजन की प्रक्रिया में भाग लेने का मौका देना। चयनित शोधकर्ता पर्यटन के क्षेत्र में विभिन्न राज्यों और देशों की सर्वोत्तम प्रथाओं का भी अध्ययन करेंगे और विभाग को उनके कार्यान्वयन के संदर्भ में सुझाव प्रदान करेंगे।