Bundelkhand separate state: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को झांसी की सभा में बड़ा ऐलान कर दिया। उन्होने कहा, केंद्र में हमारी सरकार बनी तो इस संबंध में हम सकारात्मक कदम उठाएंगे और बुंदेलखंड को अलग राज्य जरूर बनाया जाएगा। मायावती पश्चिमी यूपी को अलग राज्य बनाने की घोषणा कर चुकी हैं।
पृथक बुंदेलखंड की मांग लंबे समय से की जा रही
पृथक बुंदेलखंड की मांग वर्षों पुरानी है। बुंदेलखंड का कुछ हिस्सा उत्तर प्रदेश तो कुछ जिले मध्य प्रदेश में आते हैं। बुंदेलखंड के लोगों ने यूपी-एमपी के 13 जिलों बांदा, महोबा, हमीरपुर, ललितपुर, झांसी, जालौन, चित्रकूट और मध्य प्रदेश के दतिया, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह और पन्ना जिलों को मिलाकर नया स्टेट बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। यूपी की सीएम रहते मायावती ने तो अलग बुंदलेखंड सहित चार चार स्टेट गठन का प्रस्ताव पास कर केंद्र के पास भेज दिया था, लेकिन वहां से मंजूरी नहीं मिली।
इसलिए जरूरी है अलग स्टेट का दर्जा
पिछले महीने अमरोहा और मेरठ में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मायावती ने पश्चिमी यूपी को अलग राज्य बनाए जाने का वादा किया था। पश्चिमी यूपी को भी अलग स्टेट का दर्ज दिए जाने की मांग लंबे समय से की जा रही है। मायावती भी मानती हैं। बुंदेलखंड और पश्चिमी यूपी सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक तौर पर पूर्णत: अलग है। ऐसे में अलग स्टेट का दर्ज यहां के लोगों के हित में होगा।
मायवती ने कहा, सत्ता में वापसी आसान नहीं
मायावती ने इस दौरान भाजपा कांग्रेस और सपा पर निशाना साधा। कहा, अधिकांश राज्यों में इस समय भाजपा और उसके सहयोगी दलों की सरकार है। केंद्र में भी 10 साल से उसकी सरकार है। लेकिन जातिवादी, पूंजीवादी, संकीर्ण मानसिकता और प्रतिशोधी कार्यशैली के कारण ऐसा लगता है कि अब उनके (भाजपा) लिए केंद्र में सत्ता में लौटना आसान नहीं होगा। बशर्ते यह चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हो।