UP Lok Sabha Phase-4 Election: लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में हाथी की चाल बिगड़ी नजर आई। जबकि, भाजपा और सपा-कांग्रेस गठबंधन में कड़ी टक्कर दिखी। कुछ जगह तो बसपा प्रत्याशी के एजेंट तक नहीं बैठे। सियासी जानकार कहीं इंडिया तो कहीं एनडीए प्रत्याशी को आगे बता रहे हैं। कन्नौज में तस्वीर साफ जबकि खीरी में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बन रहा हैं। पेश है सीटवार विश्लेषण...

UP Lok Sabha Phase-4 Election: सीटवार सियासी समीकरण 

  • शाहजहांपुर : राम मंदिर और मोदी फैक्टर 
    शाहजहांपुर लोकसभा सीट में भाजपा प्रत्याशी अरुण सागर और सपा प्रत्याशी ज्योत्सना गौंड के बीच सीधी टक्कर है। बसपा प्रत्याशी दोदराम वर्मा को कैडर वोट मिलने की संभावना है। हालांकि, दलित वोटों में भाजपा ने भी जबरदस्त सेंध लगाई है। यहां राम मंदिर और मोदी फैक्टर भी चला है।  
  • इटावा: भाजपा प्रत्याशी के प्रति दिखी नाराजगी 
    इटावा में भाजपा के रामशंकर कठेरिया और सपा प्रत्याशी जितेंद्र दोहरे में कड़ा मुकाबला है। बसपा मुख्य लड़ाई से बाहर है, जिसका फायदा सपा को होता दिख रहा है। दोहरे समाज के यहां पर्याप्त वोटर हैं। मतदान के दिन कई जगह बसपा के बस्ते नहीं लगे। औरैया सदर क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी से ब्राह्मण-क्षत्रिय की नाराजगी भी समीकरण प्रभावित करेगी।
  • फर्रुखाबाद: खेल बिगाड़ सकती है सत्ता विरोधी लहर 
    फर्रुखाबाद लोकसभा में भाजपा के मुकेश राजपूत और सपा के डॉ. नवल किशोर शाक्य के बीच कड़ा मुकाबला है। बसपा उम्मीदवार इस लड़ाई में नजर नहीं आए। मतदान के दौरान न तो बसपा प्रत्याशी दिखे और न पोलिंग बूथों में उनके बस्ते लगे। मुकेश राजपूत दो बार से सांसद हैं, लिहाजा सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ रहा है। 
  • अकबरपुर : भाजपा-सपा में टक्कर, युवा वोटर उत्साहित 
    अकबरपुर में भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र सिंह उर्फ भोले का मुकाबला सपा के राजाराम पाल से है। बसपा प्रत्याशी राजेश द्विवेदी अपेक्षाकृत कमजोर हैं। सांसद से नाराजगी के चलते ओबीसी मतदाताओं का रुझान सपा की ओर रहा। मैथा और रूरा क्षेत्र में ब्राह्मण भी बंटे नजर आए। मतदान की स्थिति शहरी क्षेत्र की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र में बेहतर रही। हालांकि युवा मतदाता काफी उत्साहित नजर आया। 
  • धौरहरा: त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी सीट 
    धौरहरा सीट त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी हुई है। दो बार की सांसद भाजपा प्रत्याशी रेखा अरुण वर्मा व ब्राह्मण प्रत्याशी श्याम किशोर अवस्थी में सीधी टक्कर मानी जा रही थी, लेकिन जातीय गणित के चलते यहां त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बन रहे हैं। 
  • बहराइच : दोनों प्रत्याशियों ने लगाई बसपा वोटर में सेंध 
    बहराइच में भाजपा के आनंद गोंड व सपा प्रत्याशी रमेश गौतम के बीच सीधी टक्कर दिखी। बसपा प्रत्याशी बृजेश सोनकर कैडर वोट भी नहीं समेट सके। एससी वोटर में भाजपा और अल्पसंख्यक मतदाताओं में सपा प्रत्याशी ने जबरदस्त सेंध लगाई है। ब्राह्मण बहुल महसी विधानसभा में बंपर वोटिंग से भाजपा की उम्मीद बढ़ गई है।  
  • लखीमपुर खीरी : मायावती ने पलटी बाजी, त्रिकोणीय मुकाबला 
    लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी और सपा प्रत्याशी उत्कर्ष वर्मा में सीधी टक्कर मानी जा रही थी, लेकिन मायावती की सभा के बाद बसपा ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। दलित वोट बसपा को  और मुस्लिम वोट सपा को जाता दिखा। बसपा ने सिख समुदाय के अंशय कालरा को मैदान में उतारा है।  
  • सीतापुर : भाजपा-सपा में सीधी टक्कर 
    सीतापुर में भाजपा के राजेश वर्मा और सपा के राकेश राठौर में सीधी टक्कर है। बसपा के महेंद्र यादव सजातीय वोट भी नहीं ले सके। हालांकि, बसपा का कैडर वोट मिलने का अनुमान है। सेवता इलाके के मतदाताओं ने शारदा नदी पार करने के लिए नाव तक का इस्तेमाल किया। 
  • हरदोई : दोनों प्रत्याशी पासी, कैडर तक सिमटी बसपा 
    हरदोई में भाजपा प्रत्याशी जय प्रकाश और सपा प्रत्याशी ऊषा वर्मा के बीच सीधा मुकाबला है। बसपा प्रत्याशी कैडर वोटों तक सीमित दिखे। क्षेत्र में जयप्रकाश की अनुपलब्धता को लेकर कुछ जगह गुस्सा था। दोनों प्रत्याशी पासी बिरादरी से आते हैं, लेकिन लगाातर तीन चुनाव हारने वाली ऊषा वर्मा जिस तरीके से आखिरी चुनाव बताकर वोटर्स से सहयोग मांगती रहीं, लोगों में उनके प्रति सहानभूति नजर आई। 
  • कानपुर : महानगर में बढ़ी वोटिंग, भाजपा-कांग्रेस में संघर्ष
    कानपुर में भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी के बीच सीधा मुकाबला है। बसपा लड़ाई से बाहर है। महानगर सीट में शाम 6 बजे तक पिछली बार की अपेक्षा दो प्रतिशत अधिक वोटिंग हुई है। मतदान को लेकर यहां इंडिया और भाजपा समर्थकों में कई जगह बहस भी हुई। यानी दोनों ओर से काफी प्रयास किए गए हैं। 
  • उन्नाव : मोदी मैजिक के भरोसे साक्षी महराज 
    उन्नाव लोकसभा सीट में भाजपा प्रत्याशी साक्षी महाराज और सपा प्रत्याशी अन्नू टंडन के बीच लड़ाई है। बसपा प्रत्याशी अशोक पांडेय कैडर वोट के अलावा भाजपा के परंपरागत वोट खींचे हैं। इससे मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है। मोदी फैक्टर यहां कारगर साबित हो सकता है। 
  • कन्नौज : अखिलेश और पाठक में टक्कर
    कन्नौज में अखिलेश यादव और सुब्रत पाठक में सीधी लड़ाई है। बसपा इक्का-दुक्का ही नजर आई। भाजपा समर्थकों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का क्रेज दिखा। हालांकि, कई जगह सत्ता विरोधी लहर भी देखने को मिली। जिसका फायदा सपा को हो सकता है। 
  • मिश्रिख : सपा-बसपा में संघर्ष, भाजपा खुश 
    मिश्रिख लोकसभा में भाजपा प्रत्याशी अशोक रावत के समर्थक खुश हैं। जबकि, गठबंधन प्रत्याशी संगीता राजवंशी और बसपा उम्मीदवार बीआर अहिरवार में संघर्ष दिखा। तमाम प्रयास के बावजूद यहां ध्रुवीकरण नहीं हो सका।